उदीयमान सूर्य को अर्घ्‍य के साथ छठ महापर्व संपन्‍न, अहले सुबह से ही घाट पर जुटे व्रती..

चार दिवसीय महापर्व छठ का आज उगते सूर्य को अर्घ्‍य देने के साथ ही संपन्‍न हो गया। पूरे झारखंड में छठ को लेकर भक्तिपूर्ण माहौल रहा। प्रशासन की सजगता और सामाजिक संस्‍थाओं के सहयोग के बीच लाखों छठ व्रतियों ने राज्‍य के विभ‍िन्‍न हिस्‍सों में उगते सूर्य को अर्घ्‍य दिया। इससे पूर्व बुधवार शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्‍य दिया गया था। झारखंड के रांची, रामगढ़, हजारीबाग, कोडरमा, चतरा, धनबाद, जमशेदपुर, देवघर आदि जिलों से पूरे उल्‍लास के साथ छठ पर्व मनाए जाने की सूचना है। सुरक्षा और बिजली की व्‍यवस्‍था के चाक-चौबंद रहने से छठव्रतियों को सुविधा हुई। वहीं राज्‍य में कई जगहों पर कोरोना संक्रमण के कारण व्रतियों ने अपने घर में बनाए गए कुंड में ही भगवान भास्‍कर को अर्घ्‍य दिया।

नहाय-खाय के साथ चार दिवसीय छठ महापर्व शुरू हुआ। सोमवार को नहाय-खाय था। इसके अगले दिन मंगलवार को खरना का व्रत। बुधवार शाम छठ पूजा का पहला अर्घ्य था। व्रतियों ने छठ घाटों पर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। इसके अगले दिन गुरुवार सुबह उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ छठ व्रत का समापन हुआ। अर्घ्य देने के बाद व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला व्रत का समापन हुआ।

पलामू में SP ने अपनी पत्नी के साथ व्रत किया..
पूरे राज्‍य से आ रही तस्‍वीरों से इस पर्व को लेकर उत्‍साह को देखा जा सकता है। पलामू में मेदिनीनगर नगर निगम क्षेत्र के अमानत घाट पर एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने अपनी पत्‍नी के साथ छठ व्रत किया और भगवान भास्‍कर को अर्घ्‍य दिया। पलामू के मेदिनीनगर के कोयल नदी स्थित छठ घाट पर व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य भगवान को प्रथम अर्घ्य अर्पित किया।