एयर एंबुलेंस से चेन्नई भेजे गए शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो, सेहत में नहीं हो रहा था सुधार..

झारखंड सरकार के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो की बिगड़ती सेहत को देखते हुए उन्हें सोमवार को चेन्नई ले जाया गया। एमजीएम चेन्नई अस्पताल के चिकित्सकों की देखरेख में उन्हें शाम 6.35 बजें एयर एंबुलेंस से चेन्नई भेजा गया|इससे पहले, शाम 5 बजे उन्हें एकमो व वेंटिलेटर सपोर्ट पर ही अस्पताल से निकालकर एम्बुलेंस में शिफ्ट किया गया। शाम 5:06 बजे मेडिका से एम्बुलेंस एयरपोर्ट के लिए रवाना हुई।

मेडिका अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर डॉ विजय मिश्रा ने शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य की जानकारी देते हुए बताया कि रविवार को चेन्नई की मेडिकल टीम के आने से पहले मंत्री की स्थिति बिल्कुल नाजुक हो गई थी। उस दौरान हाई फ्लो में रहने के बावजूद उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 60 तक पहुंच गया था। उनकी इस स्थिति को देखते हुए उन्हें औंधे मुंह लेटाकर इनवेसिव वेंटिलेटर सपोर्ट में डाला गया। वहीं, चेन्नई की मेडिकल टीम के पहुंचने के बाद शिक्षा मंत्री को देर रात करीब 3:15 बजे एकमो (एक्स्ट्राकॉर्पोरियल मेंब्रेन ऑक्सीजनेशन) सपोर्ट में डाला गया। डॉ मिश्रा ने बाताया कि सुबह 5 बजे के बाद उनकी स्थिति में काफी सुधार हुआ। जिसके बाद चेन्नई की टीम शिक्षा मंत्री को एमजीएम ले जाने के लिए तैयार हुई। मेडिका के डॉ प्रदीप भट्टाचार्य ने बताया कि सुबह के 10:30 बजे तक उनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 92-96 के बीच था।

एकमो को आम बोलचाल की भाषा में आर्टिफिशियल लंग्स कहा जाता है| दरअसल, शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के फेफड़े में संक्रमण फैल चुका है जिसकी वजह से अब लंग्स ट्रांसप्लांट करने की नौबत आ गयी है| चेन्नई से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों ने शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का क्लिनिकल रिव्यू कर बताया कि उन्हें एक्स्ट्रा कॉर्पोरियल मेम्ब्रेन ऑक्सीजेनेटर (एकमो) मशीन पर डालने की जरूरत है|विशेषज्ञों की सलाह पर देर रात ही इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी|बता दें कि, एमजीएम चेन्नई से रांची आए चिकित्सकों में लंग्स ट्रांसप्लांट विशेषज्ञ डॉ अपार जिंदल, डॉ मुरली कृष्णन, डॉ जुनैद अमीन, डॉ निरंजन और डॉ नरेश शामिल थे।

शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य को लेकर ना सिर्फ उनके परिवार के सदस्य बल्कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी चिंतित हैं| सोमवार को दोपहर करीब 1:45 बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य की जानकारी लेने मेडिका अस्पताल पहुंचे। इस दौरान उन्होंने करीब 1 घंटा एमजीएम चेन्नई से आये डॉ अपार जिंदल व डॉ मुरली कृष्णन से सारी जानकारियां ली। अस्पताल से बाहर आकर मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि शिक्षा मंत्री के स्वास्थ्य को लेकर सभी चिंतित है। फिलहाल एमजीएम के चिकित्सकों द्वारा उनकी मिनट टू मिनट मॉनिटरिंग की जा रही है।

शाम को शिक्षा मंत्री की चेन्नई रवानगी के दौरान राज्य सरकार के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख भी प्रशासन के साथ एयरपोर्ट तक गए। पत्रकारों से बात करते हुए मंत्री पत्रलेख ने सभी से शिक्षा मंत्री के जल्द स्वस्थ होने की कामना करने को लेकर आग्रह की। उन्होंने बताया कि चेन्नई में लंग्स ट्रांसप्लांट के वरीय विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ बालाकृष्णन की देखरेख में शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का इलाज चलेगा। इलाज में पहले इसी फेफड़े को बचाने की कोशिश की जाएगी| लेकिन अगर इससे काम नहीं चला तो लंग्स ट्रांसप्लांट किया जाएगा। इसके बाद शिक्षा मंत्री स्वस्थ होकर सभी के बीच वापस लौटेंगे।

ज्ञात हो कि, 28 सितंबर, 2020 को कोरोना की चपेट में आने के बाद राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो को बोकारो से रांची लाया गया था| यहां उन्हें राजेंद्र इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (रिम्स) के कोविड-19 वार्ड में भर्ती कराया गया था| 1 अक्टूबर को अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गयी और आनन-फानन में उन्हें रांची के ही मेडिका अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया|