रांची है तैयार, कल से शनिवार नो कार..

साइकिल की सवारी किए आपको कितना समय हो गया? आपमें से कई लोग सोच में डूब गए होंगे, है ना? दरअसल रांची नगर निगम की शनिवार नो कार की अपील के बाद हर किसी के जुबान पर साइकिल की चर्चा जोर पर है| आम और खास, हर साइकिल की बात कर रहा है| कल यानी 13 मार्च से रांची में शनिवार नो कार की भी शुरूआत हो रही है| अधिकारियों से लेकर आम जनता तक, हर कोई अपनी-अपनी साइकिल लेकर तैयार है इस मुहिम में अपनी भागीदारी देने को|

मुख्यमंत्री का साइकिल से लगाव तो उसी दिन देखने को मिला था जब विधानसभा चुनाव में जेएमएम ने जीत हासिल की थी| अपने आंगन मे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन साइकिल चलाते हुए नज़र आए थे| शनिवार नो कार मुहिम को भी मुख्यमंत्री ने एक बेहतरीन पहल बताया और लोगों से अपील कर साइकिल को अपनी सवारी में शामिल करने की बात कही|उन्होंने कहा कि साइकिल सेहत के लिए अच्छी सवारी है| इसे चलाने से फिटनेस बनी रहती है और तो और पर्यावरण भी प्रदूषित नहीं होता| इससे पेट्रोल-डीजल की खपत भी नहीं होती|

आपको जानकर हैरानी होगी कि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा भी साइकिल के शौकिन हैं| उन्होंने अपने राजनीतिक संघर्ष के दौर को याद करते हुए बताया कि कई बार ऐसा मौका आया जब साइकिल से लंबी यात्रा करनी पड़ी| फिटनेस के लिहाज से ये एक बेहतर सवारी है लेकिन वक्त की कमी के कारण हमेशा साइकिल नहीं चला पाते लेकिन जब भी मौका मिलता है साइकिल जरूर चला लेते हैं|

विधानसभा में अपनी प्रखर भागीदारी देने वाले विधायक प्रदीप यादव तो रोज़ाना करीब 15-20 किलोमीटर साइकिल चलाते हैं| उनका कहना है कि स्वास्थ्य के लिए और प्रदूषण को कम करने के लिए साइकिल से बेहतर उपाय और कुछ नहीं है| इसी सोच के साथ कल से शुरू हो रहे रांची नगर निगम के शनिवार नो कार की मुहिम को भी उन्होंने सराहनीय बताया| वहीं भाजपा विधायक भानु प्रताप शाही भी फुर्सत के पलों में साइकलिंग का आनंद लेते हैं|

आपको बता दें कि सूबे के सिर्फ नेता ही नहीं बल्कि बड़े-बड़े अधिकारी भी साइकिल नियमित तौर पर साइकिलिंग करते हैं| दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त डॉ. नितिन कुलकर्णी ने बताया कि वो नियमित रूप से हर दिन सुबह फिटनेस के लिए साइकिलिंग करते हैं| वहीं रांची रेलने के डीआरएम नीरज अंबष्ठ बताते हैं कि वो रोज सुबह-शाम साइकिल चलाते हैं| उन्होंने कहा कि वैसे तो शनिवार को अवकाश है लेकिन अगर किसी काम के लिए निकलना भी पड़ा तो साइकिल से जाउंगा|

वहीं सूबे के डीजीपी ने भी रांची नगर निम के शनिवार नो कार का समर्थन करते हुए इस दिन साइकिल चलाकर प्रदूषण कम करने में योगदान देने की बात कही|
खुद चिकित्सक बताते हैं कि साइकिलिंग सेहत के लिए कितना कारगर है| इससे पूरी शरीर में खून का संचार अच्छे तरीके से होता है, उर्जा और शक्ति की क्षमता भी बढ़ती है| तनाव दूर होने के साथ-साथ हड्डियां और मांसपेशियां मजबूत होती है| यहां तक कि हृदय, कैंसर, मधुमेह, गठिया आदि जैसी बीमारियों को दूर रखने में साइकिलिंग मददगार होता है|

वहीं रांची शहर भी नगर आयुक्त मुकेश कुमार की पहल पर कल से शुरू हो रहे शनिवार नो कार को लेकर तैयार है| मोरहाबादी मैदान से इस कार्यक्रम की औपचारिक शुरूआत होगी| इस दौरान रांची नगर निगम के अधिकारियों समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहेंगे| इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा लोग इस मुहिम में हिस्सा लें इसके लिए 350 से अधिक कार्यालयों में पत्र भेजा गया है| इसके जरिए इन सभी कार्यालयों के प्रबंधकों से अपील की गई है कि वो अपने कर्मचारियों को हफ्ते में सिर्फ एक दिन यानी कि शनिवार को साइकिल से ऑफिस आने को कहें|

वहीं नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने विधानसभा स्पीकर रबिंद्रनाथ महतो से भी आग्रह किया है कि सत्र के दौरान अगर विधायक साइकिल से विधानसभा पहुंचेंगे तो समाज में एक अच्छा संदेश जाएगा|नगर आयुक्त ने आम जनता से भी अपील किया है कि अपने किसी भी काम के लिए शनिवार को कार बाइक नहीं, बल्कि साइकिल पर सवार होकर निकले|

तो फिर देर किस बात की है| तैयार हो जाइए कल से हर शनिवार कार और बाइक को ना कहकर, साइकिल को अपने दिनचर्या में शामिल करने के लिए|