झारखण्ड के हज़ारीबाग़ जिले के सदर प्रखंड में अब तक केरोसिन विस्फोट से पांच लोगों की मौत हो चुकी है और दर्ज़न से ज़्यादा लोगों से घायल हो गए हैं। लगातार हो रहे केरोसिन विस्फोट की घटना की वजह से लोग प्रशासन को भी सवालिया नज़रों से देख रहे हैं। इस मामले की संजीदगी को देखते हुए उपायुक्त आदित्य कुमार आनंद के आदेश पर एक पहल की गयी है। इसके अंतर्गत केरोसिन तेल दुर्घटना के मामले पर कार्रवाई करते हुए ऑयल कंपनी द्वारा मोबाइल लैब वैन उपलब्ध कराया गया है। जिला समाहरणालय के प्रांगण में अवस्थित मोबाइल लैब वैन में जिला स्तर पर प्रशासन की ओर से एकत्रित संदेहजनक तेल की जांच कर रिपोर्ट उपलब्ध कराइ जाएगी।
ऑयल कंपनी द्वारा उपलब्ध कराये गए मोबाइल लैब वैन से रिपोर्ट जल्द मिलेगी। आपको बता दें कि पहले तेल जांच के लिए सैंपल खूंटी भेजा जाता था जिसमें काफी समय लग जाता था। मौके पर उपस्थित जिला आपूर्ति अधिकारी अरविन्द कुमार का कहना है कि जिला प्रशासन गंभीरता पूर्वक सभी संदिग्ध तेल को इकट्ठा कर उसके कार्यान्वयन पर पूरी मुस्तैदी से लगा हुआ है। मोबाइल लैब वैन की वजह से एकत्रित तेल सैंपल की जांच तुरंत हो पाएगी जिससे तेल की ज्वलनशीलता की जांच हो सकेगी। साथ ही उन्होंने ये भी जानकारी दी कि 35 डिग्री सेल्सियस केरोसिन तेल के लिए उपयुक्त है। आपको बता दें कि इस मौके पर ऑयल कम्पनी के उप महाप्रबंधक कौशिक चटर्जी भी मौजूद थे।