आइएएस पूजा सिंघल के ठिकानों पर ED की छापेमारी आज भी जारी, CA सुमन सिंह गिरफ्तार..

रांची: आय से अधिक संपत्ति और मनरेगा घोटाला मामले में झारखंड की वरिष्ठ आइएएस अधिकारी और खनन विभाग की सचिव पूजा सिंघल और उनसे जुड़े लोगों के ठिकानों पर आज भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी जारी रही। इस बीच ईडी ने पूजा सिंघल के सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। वहीं, सुमन कुमार के भाई पवन कुमार सिंह को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शुक्रवार को छापेमारी के दौरान सीए सुमन कुमार के घर से ईडी ने 19 करोड़ रुपये नकद बरामद हुए थे। झारखंड समेत अन्य राज्यों में स्थित पूजा सिंघल के ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है। पूजा सिंघल के पूर्व पति आइएएस अधिकारी राहुल पुरवार भी अब जांच के दायरे में आ सकते हैं। वह पूजा सिंघल की कई प्रापर्टी में पार्टनर बताए जा रहे हैं।

दूसरे पति अभिषेक झा के अस्पताल पर पुन: छापेमारी..
जानकारी के अनुसार, ईडी की टीम शनिवार सुबह से ही छापेमारी में जुटी है। पूजा सिंघल के दूसरे पति अभिषेक झा के रांची स्थित पल्स अस्पातल को सुरक्षा बलों ने घेर रखा है। यहां ईडी की टीम दस्तावेजों को खंगाल रही है। सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। अस्पताल परिसर में किसी को आने-जाने की इजाजत नहीं है। राह चलते लोग उत्सुकता से इस अस्पताल में चल रही छापेमारी को देख रहे हैं। दूसरे दिन की छापेमारी में अस्पताल से क्या क्या चीजें ईडी को हाथ लगी हैं, अभी इसका खुलासा होना बाकी है।

पहली बार इतनी बड़ी रकम छापेमारी में बरामद..
मालूम हो कि झारखंड में पहले भी ईडी की छापेमारी होती रही है, लेकिन यह पहला मौका है जब किसी सीए के पास से इतनी बड़ी रकम बरामद हुई है। ईडी के अधिकारी शुक्रवार से ही यह जानने की कोशिश में लगे थे कि इतनी बड़ी रकम कहां से आई और किसकी है। आरोपित सीए सुमन कुमार जब कोई जवाब नहीं दे पाया तो ईडी ने उसे हिरासत में ले लिया था। अंतत: शनिवार को ईडी ने सीए सुमन कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं सुमन कुमार के भाई पवन कुमार सिंह को भी हिरासत में ले रखा है। दोनों भाइयों से पूछताछ चल रही है। ईडी यह जानने की कोशिश में जुटी है कि इतने रुपये कहां से आए।

ईडी ने सीबीआइ जांच के लिए लिखा पत्र..
उधर, खबर आ रही कि छापेमारी कर रही प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने इस मामले की जांच के लिए केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआइ को पत्र लिखा है। चूंकि यह मामला काफी बड़ा और गंभीर है, ऐसे में ईडी की इच्छा है कि इसकी जांच सीबीआइ से होनी चाहिए। हालांकि अभी तक ईडी ने इस बात की कोई औपारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन ईडी से जुड़े सूत्रों की मानें तो प्रवर्तन निदेशालय की ओर से पत्र लिखा गया है। अब देखना यह है कि सीबीआइ इस मामले को अपने जिम्मे लेती है या नहीं।