झारखण्ड बोर्ड के परिणाम में देरी बना छात्रों में चिंता का विषय..

झारखंड बोर्ड से इस बार के मैट्रिक और 12वीं की कंपार्टमेंटल परीक्षा दे चुके छात्र जोकि क़रीब 60 हज़ार विद्यार्थियों की आगे की पढ़ाई पर सवाल उठ रहे है। मैट्रिक व इंटर में लगभग 30-30 हजार छात्र-छात्राएं अपने कंपार्टमेंटल परीक्षा के रिज़ल्ट का इंतज़ार कर रहे हैं।

11वीं की परीक्षा में अब तीन महीने से भी कम का समय बाकि है। ऐसे में इनके नामांकन पर सवाल उठता है कि यदि सही समय पर रिजल्ट नहीं निकाले गए तो छात्र अपनी अगली परीक्षा की ओर कैसे बढ़ पाएंगे। कोविड मद्देनज़र परीक्षा मार्च में लेने का निर्णय लिया गया है। मगर इतने कम समय में नामांकन और पढ़ाई छात्रों के बीच चिंता है का विषय है। दूसरी तरफ, इंटर के बाद कॉलेज में नामांकन कीआखरी तारीख भी पार हो चुकी है। यानि कि परिणाम आने के बावजूद भी यह छात्र कॉलेज में दाखिला नहीं ले सकेंगे।

इन पर जैक का कहना है कि उनकी जिम्मेदारी सिर्फ परीक्षा लेने की है, नामांकन की नहीं । कोरोना काल में सभी चीज़ों में देरी हो रही है जिस पर वे कुछ नहीं कर सकते। बहरहाल, जैक ने सरकारी स्कूलों में 11वीं की नामांकन में कोई समस्या नहीं होने की बात कही है। अब अगले वर्ष इंटर परीक्षा के लिए मैट्रिक कंपार्टमेंट परीक्षा का रिज़ल्ट आने के बाद सफल छात्र अपना नामांकन करा सकेंगे। लेकिन अब भी निष्चित तौर पर परिणाम आने की बात पर जैक चुप्पी साधे हुए है। इस महीने के अंतिम सप्ताह तक रिज़ल्ट जारी किये जाने की सम्भावना जताई जा रही है।