झारखंड के पलामू जिले में एक युवक बिजली ठीक करने के दौरान जिंदा जल गया। जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। मामला पलामू जिले के पांकी प्रखंड के पिपराटांड़ थाना क्षेत्र की हैं। लेकिन मृतक के परिवार ने इसे साजिश के तहत हत्या का आरोप लगाया हैं। दरअसल मृतक कुणाल शर्मा के पिता सहेंद्र शर्मा का कहना है कि कुणाल को इस क्षेत्र के लाइनमैन बच्चन सिंह और करमू सिंह ने बिजली के पोल पर लाइन बनाने को कहकर चढ़ाया। इस दौरान बिजली की आपूर्ति बंद थी लेकिन कुणाल के पोल से उतरने से पहले ही लाइनमैन द्वारा बिजली की लाइन जोड़ दी गई जिससे कुणाल की बिजली से जलकर मौत हो गई। घटना के 8 दिन बाद भी ना तो प्राथमिकी दर्ज हुई और न ही मृतक के परिवार को बिजली विभाग द्वारा मुआवजा मिला हैं।
मृतक के परिवार ने गुरुवार को क्षेत्रीय विधायक डॉ शशि भूषण मेहता से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है। वहीं विधायक का कहना हैं कि लाइनमैन बच्चन सिंह और करमू सिंह के द्वारा दो साल के अंदर तीन अन्य लोगों की भी जान इसी तरह गई हैं।
ऐसी घटना सिरम गांव में भी हुई जहां कलाम मिस्त्री को भी जैसी तरह जला दिया गया था हालांकि उस घटना में कलाम बच गया था और एक ऐसे घटना हुई थी जिसमें गोंगों पगार निवासी रामगति भुइंया, तरहसी थाना के गुरतरी निवासी कमेश मिस्त्री को भी इसी तरह बिजली के पोल पर चढ़ाकर जला दिया गया था।लाइनमैन ने गैर कानूनी तरीके से 8 से 10 लोगों को बिजली मरम्मत कराने के लिए रखा हैं। इसके साथ ही इस मामले को लेकर बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता, जीएम और एसी से मिलकर दोषी लोगों पर करवाई और मृतक के परिवार को उचित मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की और लाइनमैन को हटाने के लिए लिखा गया हैं। विधायक ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री से मिलने और दोनों दोषी कर मुकदमा चलाने की मांग करने की बात कही।