झारखंड के दो पुलिस पदाधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्री पदक के लिए किया जाएगा सम्मानित..

Jharkhand: झारखंड के शुभांशु जैन और प्रमोद कुमार सिन्हा पुलिस पदाधिकारियों को होम मिनिस्टर मेडल फॉर एक्सलेंस इन इन्वेस्टिगेशन के लिए चुना गया है। गृह मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गयी है। केस के बेहतर अनुसंधान के लिए गृह मंत्री मेडल के लिए इस साल 140 पुलिस अफसरों को चुना गया है। जिसमें झारखंड के दो पुलिस अफसर भी शामिल है। शुभांशु जैन राजधानी रांची के सिटी एसपी है। जबकि प्रमोद कुमार सिन्हा इंस्पेक्टर है। हर साल 12 अगस्त को इस पुरस्कार की घोषणा की जाती है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मेडल प्रदान किया जाता है।

गृह मंत्रालय ने जारी की लिस्ट….
गृह मंत्रालय के द्वारा सभी पुलिस अफसरों की लिस्ट भी जारी कर दी है। इसमें राज्य पुलिस से लेकर केंद्रीय जांच एजेंसियों (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो, नेशनल इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो) के पुलिस अफसर शामिल है। सबसे ज्यादा 15 मेडल सीबीआई के अधिकारियों को मिला है। एनआईए के 10 अफसरों को बेहतर अनुसंधान के लिए गृह मंत्री मेडल से सम्मानित किया जायेगा।

शुभांशु जैन को भी मिला मेडल….
जमशेदपुर के गोलमुरी में 21 जुलाई 2022 को ट्रिपल मर्डर हुआ था। इस मामले के उद्भेदन के लिए गृह मंत्री मेडल के लिए चुना गया है। उस वक्त वह पूर्वी सिंहभूम के एएसपी थे। गोलमुरी पुलिस लाइन में महिला सिपाही सबिता हेम्ब्रम, उसकी मां लखिया मुर्मू एवं बेटी गीता हेम्ब्रम की धारदार हथियार से हत्या कर दी गयी थी। पूर्वी सिंहभूम के तत्कालीन एएसपी शुभांशु जैन के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया था। इस ट्रिपल मर्डर केस में पुलिसकर्मी राम चंद्र जामुदा की गिरफ्तारी हुई था।

शुभांशु जैन ने लगातार परिश्रम को दिया श्रेय….
जमशेदपुर के गोलमुड़ी में हुई एक हत्या की जांच के लिए शुभांशु जैन को यह पुरस्कार मिला है। इस पर उन्होंने पूरा श्रेय अपनी लगन और लगातार परिश्रम को दिया। रांची के सिटी एसपी ने ये भी कहा कि अब वह दूसरे केस के अनुसंधान में लग गये है। हर केस की बेहतर छानबीन की कोशिश करते हैं और यह उसी का नतीजा है। शुभांशु जैन को मार्च में रांची का सिटी एसपी बनाया गया था। इसके पहले वह लौहनगरी जमशेदपुर के एएसपी थे। मार्च में उनका तबादला रांची कर दिया गया था और सिटी एसपी की जिम्मेदारी दी गयी थी।

प्रमोद कुमार सिन्हा को भी किया जाएगा सम्मानित….
इंस्पेक्टर प्रमोद कुमार सिन्हा को वर्ष 2018 की एक घटना की जांच के लिए यह पुरस्कार मिला है। उन्होंने भी जमशेदपुर के ही एक केस को सुलझाया था। इस वर्ष का गृह मंत्री मेडल पाने वाले प्रमोद कुमार सिन्हा झारखंड के दूसरे पुलिस अधिकारी है। बर्मामाइंस इलाके के दास बस्ती में पांच साल की नैना की उसके ममेरे भाई ने हत्या कर दी थी। मामले की जांच इंस्पेक्टर प्रमोद सिन्हा को सौंपी गयी और कड़ियों को जोड़ते हुए उन्होंने इस केस को सुलझा लिया। नैना की हत्या करने वाले उसके ममेरे भाई विक्रम दास को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।

विभिन्न राज्य भी है शामिल….
विभिन्न राज्यों के कुल 140 पुलिस अफसरों में 22 महिला पुलिस अफसर हैं, जिन्हें गृह मंत्री मेडल के लिए चुना गया है। उत्तर प्रदेश, केरल, राजस्थान, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, गुजरात के अलावा झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अन्य राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के पुलिस पदाधिकारियों को भी इस पुरस्कार के लिए चुनाव किया गया है। जिनमें बिहार के 4, छत्तीसगढ़ के 3, पश्चिम बंगाल के 8 और ओडिशा के 4 पुलिस अफसरों को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में मेडल प्रदान किए जाएंगे।