बोकारो में जल्द ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम बनने का रास्ता लगभग तय हो चुका है। 25 जून को बोकारो स्टील प्रबंधन और झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन के बीच में सभी मुद्दों को लेकर करार होने की संभावनाएं दिखती नजर आ रही है। इससे पहले शुक्रवार को जेएससीए कि सर्वेक्षण करने वाली टीम में स्टेडियम स्थल का निरीक्षण किया गया। लेकिन सर्वेक्षण टीम के पहुंचते ही स्थानीय लोगों द्वारा विरोध किया जाने लगा।
जिसके बाद चास एसडीएम शशि प्रकाश सिंह ने लोगों को समझा कर वहां से हटाया। लोगों का कहना है कि जमीन उनकी है। जमीन का भौतिक कब्जा सेल ने नहीं लिया है इसलिए यह रैयतों का जीविका साधन है। झामुमो नेता प्रदीप सोरेन का कहना है कि अतिक्रमण हुआ है उसे हटाकर स्टेडियम का निर्माण होना चाहिए।जिला परिषद अध्यक्ष हीरालाल ने पहुंचकर लोगों को समझाया और एसडीएम से अपील कर कहा कि सही जांच कर लोगों के साथ न्याय किया जाए।
इस पर एसडीएम ने कहा कि जो लोग भी इस बात का दावा कर रहे हैं वे अपना कागजात दिखाए। यदि उनका दावा सही है तो न्याय होगा और यदि गलत हुआ तो दावा करने वाले लोगों पर कार्रवाई होगी।। इसके बाद सर्वेक्षण टीम ने स्टेडियम के निर्माण के लिए बैटिंग और पवेलियन का कोटा तय किया। जिसके आधार पर स्टेडियम का नक्शा तैयार किया जाएगा।
वही इस स्टेडियम में मुख्य मैदान के अलावा पवेलियन, स्पेक्टर, प्रैक्टिस स्पीच,ऑफिस,ड्रेसिंग रूम आदि के साथ पार्किंग की भी व्यवस्था होगी। इसके साथ ही क्लब हाउस, कर्मचारियों के लिए आवास का भी निर्माण होगा।