हजारीबाग के सितागढा स्थित बहोरनपुर में पुरातत्व विभाग की ओर से जारी खुदाई में छोटी-बड़ी कई दुर्लभ मूर्तियां मिल रहीं हैं | आपको बता दें कि खुदाई में खासकर भगवान गौतम बुद्ध व मां तारा की कई मूर्तियां मिल रही है | रविवार को पुरातत्व विभाग की ओर से जारी खुदाई में बड़ी सफलता हाथ लगी है | दरअसल , विभाग को अब तक की सबसे बड़ी मूर्ति दिखाई दी है लेकिन इसे अभी तक निकाला नहीं जा सका है |
जानकारी के अनुसार ,यह प्रतिमा करीब 6 फीट 8 इंच की है। वहीं , पुरातत्व विभाग की ओर से जमीन में दबी इस प्रतिमा को बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है। हालांकि , प्रतिमा का ऊपरी हिस्सा ज़मीन में दबे होने की वजह से इसकी पहचान अभी तक नहीं हो पाई है। वहीं, प्रतिमा खुदाई स्थल के मध्य में मिला है। ऐसा माना जा रहा है कि यह कमरा , किसी देवी के लिए आरक्षित होगा। हालांकि इस मामले में प्रतिमा बाहर आने तक कुछ भी कहने से विशेषज्ञ इंकार करते आ रहे हैं। इस सन्दर्भ में डा. बीरेंद्र ने बताया कि चेहरा सामने आने के बाद हीं इस विषय पर कुछ कहा जा सकता है। गौरव की बात है कि लगातार मिल रही मुर्तियां इस स्थान की इतिहास में विशेष पहचान बता रही है।
आपको बता दें कि प्रतिमा व्हाईट सैंड स्टोन की बनी है | वहीं , छह फीट आठ इंच इसकी लंबाई है और करीब ढाई फीट इसकी चौड़ाई है। प्रतिमा एक ही शिला में बनायी गयी है। जिसकी बनावट से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि यह किसी देवी की प्रतिमा होगी जिसे दो भागों में एक हीं पत्थर में बनाया गया है।खुदाई में जुटे पुरातत्व विभाग के अधिकारी व कर्मचारी इस मूर्ति को सुरक्षित निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं | पुरातत्व विभाग के अधिकारीयों का मानना है कि जो मूर्तियां यहां से मिल रही हैं वह करीब 8वीं से 12 वीं शताब्दी के बीच की है |
मालूम हो की इससे पहले की खुदाई में भी पुरातत्व विभाग को गौतम बुद्ध और मां तारा की मूर्तियां व्हाइट सैंडस्टोन की बनी हुई मिली है जो 9वीं शताब्दी की बतायी जा रही है | दरअसल , इतिहासकारों का मानना है कि बोधगया से नज़दीकी क्षेत्र होने की वजह से यह इलाका भगवान बुद्ध की गतिविधियों का केंद्र रहा है |
बहोरनपुर इलाके में खुदाई स्थल पर खुदाई शुरू होने के साथ ही स्थानीय लोगों की भीड़ जुटती रही है लेकिन अब खुदाई में सबसे बड़ी मूर्ति मिलने की चर्चा के बाद बड़ी संख्या में मूर्ति देखने के लिए लोगों का तांता लगा हुआ हैं |वहीं , स्थानीय लोगों की भीड़ की वजह से खुदाई में किसी तरह की बाधा नहीं पहुंचे ,इसीलिए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये हैं | साथ ही ,खुदाई में लगातार मिल रही मूर्तियों की वजह स्थानीय लोग गर्व की अनूभुति कर रहे हैं |