
झारखंड के युवाओं के दिल में बसी “दहलीज” की प्रेम कहानी..
फिल्म को समाज का आईना कहा जाता है. क्योंकि हम समाज में जो कुछ देखते हैं. उसे पटकथा का रूप देते हैं. उस पटकथा को फिल्म निर्देशक चिलचित्र का रूप दे डालते हैं. वैसे भारतीय सिनेमा का इतिहास काफी पुराना रहा है. लेकिन झारखंड प्रदेश में जनजातिय भाषाओं में फिल्म का निर्माण करना महज एक…