केंद्र सरकार की नीतियों, कृषि कानूनों और लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा को लेकर जेएमएम, कांग्रेस, आरजेडी, वाम दलों ने राजधानी के राजभवन के समक्ष संयुक्त धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान कार्यक्रम में कांग्रेस सेवा दल के नेता आलमगीर आलम, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, सांसद गीता कोड़ा, जेएमएम से सुप्रियो भट्टाचार्य विनोद पांडे, महुआ माजी जैसे नेता उपस्थित थे. मौके पर उपस्थित सभी नेताओं ने इस दौरान मोदी सरकार पर किसान विरोधी नीतियों को लाकर उन्हें तबाह करने का आरोप लगाया.
प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा, आज केंद्र सरकार की गलत नीतियों के विरोध को लेकर सभी विपक्षी पार्टी सड़क पर उतरी है. उन्होंने कहा कि भगवान राम का नाम लेकर सत्ता में आयी बीजेपी आज अंबानी-अडानी जैसे पूंजीपतियों के लिए काम कर रही है. सभी जानते हैं कि 10 माह से देश का किसान आज सड़क पर है, लेकिन उनकी बातों को सुनने की जगह इनको खत्म कर अपने पूंजीपतियों मित्रों को जिंदा करने का भाजपा लगातार काम कर रही है.
वहीं सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि पिछले सात वर्षों से देश अब कॉरपोरेट गुलामी की ओर बढ़ रहा है. उसके खिलाफ हर वर्ग आज त्रस्त है. बढ़ती महंगाई, लेकर पेट्रोल की बढ़ती कीमत के असर सड़क तक दिख रहा है. देश ने अब कॉरपोरेट राज को खत्म करने का मन बना लिया है. जेएमएम नेता ने कहा कि पहले देश में ईस्ट इंडिया कंपनी आयी थी, फिर ब्रिटिश राज. उसी तरह आज पहले देश में भाजपा आयी है, फिर वेस्ट इंडिया कंपनी. सभी जानते हैं कि यह वेस्ट इंडिया कंपनी अडानी-अंबानी की है, जो गुजरात में है.
महाधरना कार्यक्रम के बाद राष्ट्रपति के नाम राज्यपाल की अनुपस्थिति में राजभवन कार्यालय को केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ तथा देश की जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों की रक्षा सहित 11 सूत्री मांग पत्र का ज्ञापन भी सौंपा गया.