झारखंड में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए राज्य सरकार ने 22 अप्रैल से स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के विकल्प को अपनाया। इसका असर राज्य में देखने को मिला। जिसके कारण कोरोना के आंकड़ों में कमी आई। स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के शुरुआती दिनों में 13.65% तक कोरोना संक्रमित मिले। वहीं अब यह घटकर महज 0.33 % हो गया है।
स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के शुरुआती दिनों में राज्य में बेड और ऑक्सीजन की कमी हो गई थी। जिसके कारण लोगों को इलाज कराने के लिए हॉस्पिटल में बेड के लिए चक्कर काटने पड़े थे। कोरोना के मामले को रोकने के लिए सरकार ने कई दिशा निर्देश जारी किए। जिसमें लोगों को घर से बेवजह बाहर निकलने कर पाबंदी लगी और दुकानों को 12 तक ही खोलने की अनुमति मिली। जिसका असर ये हुआ कि कोरोना के मामले घटने लगे।
अब जब मामले घट रहे है तो सरकार अनलॉक की प्रक्रिया शुरू कर रही है। धीरे धीरे प्रतिबंधों में छूट दी जा रही है। दुकानों को अब 4 बजे तक खोलने का निर्देश दिया गया है। लेकिन वीकेंड लॉकडाउन की प्रक्रिया अभी भी जारी है। जिसके तहत शनिवार शाम 4 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक संपूर्ण लॉकडाउन रहता है।
अधिकारियों की कहना है कि पहले राज्य में 16% कोरोना संक्रमित मरीज मिल रहे थे जो अब घटकर 0.33% रह गया है। इसके साथ ही मौत का आंकड़ा भी घटा है। पहले यह आंकड़ा 3.07% था जो अब घटकर 1.07% पर आ गया है। जांच की संख्या भी अब राज्य में बढ़ा दी गई है।