एक बेटी सुप्रीति ने बढ़ाया राज्य का मान, उसी राज्य में दूसरी बेटी का अपमान..

आज के समय में जहां हर क्षेत्र में बेटियां अपनी सफलता का परचम लहरा रही है और समाज में अपनी पहचान बना रही है। वहीं इसी समाज में आज भी कुछ लोग ऐसे हैं जो बेटियों के जन्म लेने पर उन्हें और उनकी मां को घर से बाहर कर देते हैं। उन्हें वो सम्मान नहीं देते जिनकी वह हकदार है।

झारखंड के गुमला जिले में ऐसी ही दो घटनाएं देखने को मिली जहां एक तरफ गुमला की रहने वाली सुप्रीति कच्छप ने राष्ट्रीय क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर अपने क्षेत्र और अपने राज्य का नाम रोशन किया है। वहीं दूसरी तरफ गुमला की ही करमटोली निवासी पूजा बड़ाईक ने बेटी को जन्म दिया तो उनके पति और उनकी की सास ने मिलकर उसे घर से निकाल दिया।

यह दोनों ही घटनाएं अपने आप में बेटी के महत्व को दर्शाती हैं कि किस प्रकार एक समाज बेटी के सपनों को पंख देता है तो वहीं उसी समाज के कुछ लोग बेटी के जन्म पर उन्हें अपनाने से ही कतराते हैं

आपको बता दें भारतीय एथलेटिक्स संघ एवं पंजाब एथलेटिक्स संघ के संयुक्त तत्वाधान में चंडीगढ़ में आयोजित 55वीं राष्ट्रीय क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप में रविवार को गुमला की सुप्रीति कच्छप ने बालिका अंडर- 18 आयु वर्ग के चार किलोमीटर दौड़ 14 मिनट 40 सेकेंड में पूरा कर स्वर्ण पदक जीता। इससे पहले भी सुप्रीति ने फेडरेशन कप में दो कास्य, जूनियर नेशनल में एक रजत व एक कास्य पदक जीता है। लगातार बेहतर प्रदर्शन कर दो महीने के अंदर यह 5वां पदक है जिसे सुप्रीति ने अपनी लगन और मेहनत से अपने नाम किया है।

सुप्रीति की इस जीत पर उनकी माँ बालमति देवी का कहना है कि मेरी बेटी ने न सिर्फ मेरा और गुमला का, बल्कि पूरे झारखंड का नाम रोशन किया है। धावक बनना उसका सपना था, जिसे पूरा करने के लिए वह जी-जान से लगी हुई है. मैं बहुत खुश हूं।

इतना ही नहीं सुप्रीति ने खेलो इंडिया में 3000 मीटर की रेस में नेशनल रिकॉर्ड बनाया है और आने वाले दिनों में ये खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर तक ले जाने के लिए प्रयासरत है। सुप्रीति के पिता इस दुनिया में नहीं है, फिर भी अपनी माँ के सहारे वो अपने सपनों को पंख देकर उन्हें पूरे करने में लगी है। विश्वास है कि सुप्रीति अपने सपने के जरिए समाज और राज्य का भी नाम रौशन करेगी।

लेकिन उस बच्ची का क्या जिसने अभी-अभी दुनिया में कदम ही रखा और उससे उसका ठिकाना ही छिन लिया गया। पूजा के ससुराल वालों को बेटे की चाहत थी। शायद बेटे की इसी चाहत के कारण उन्हें बेटी का महत्व समझ ही नहीं आया। फिलहाल पूजा ने अपने पति पवन बड़ाईक और उनकी माँ के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कराई जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

पूजा बताती है कि बेटी जन्म होने पर न सिर्फ उन्हें घर से निकाला गया बल्कि शादी के कुछ दिनों बाद उनके साथ मारपीट भी करते थे। उस पर उसे चरित्रहीन होने का आरोप लगाते हुए दोनों को घर से निकाल दिया।