आज नक्सल बंदी, पुलिस अलर्ट..

उत्तरप्रदेश के लखीमपुर खीरी में हुई घटना को लेकर भाकपा माओवादी की ने बिहार रीजनल कमेटी ने 17 अक्तूबर को झारखंड-बिहार, उत्तरप्रदेश और उत्तरी छत्तीसगढ़ में बंद बुलाया है. इसके मद्देनजर झारखंड में करीब पांच हजार बसों का परिचालन नहीं होगा. यह जानकारी रांची बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष कृष्णमोहन सिंह ने दी. उन्होंने बताया कि झारखंड से दूसरे राज्यों में जानेवाली लंबी दूरी की बसों के अलावा राज्य के अंदर एक से दूसरे जिलों के बीच चलनेवाली बसों का परिचालन भी बंद रहेगा. इस संबंध में आइजी अभियान एवी होमकर ने बताया कि नक्सलियों के बंद को देखते हुए पूरे झारखंड में अलर्ट जारी किया गया है. माओवादी संगठन ने दूध, पेयजल, एंबुलेंस और अग्निशमन सेवा को बंद से मुक्त रखा है.

 

राज्य में अब तक के सर्वाधिक स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमत..

रांची : देश में पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। इससे झारखंड भी अछूता नहीं है। देश के कई शहरों में शतक लगा चुके पेट्रोल की कीमत झारखंड के रांची समेत 21 जिलों में भी सौ के पार चला गया है। शनिवार को पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि के बाद रांची में भी रविवार से एक लीटर पेट्रोल के लिए 100.25 रुपये देने होंगे। वहीं एक लीटर डीजल के लिए 99.80 रूपये चुकाने होंगे। वैसे शनिवार को रांची के बाहरी इलाकों में पेट्रोल 100 के पार बिका।

गढ़वा में सबसे महंगा..
जानकारी के अनुसार शनिवार को सबसे महंगा पेट्रोल गढ़वा में बिका जबकि सबसे सस्ता खूंटी में ।यहां कीमत क्रमशः 102.50 रुपए और 99.84 रुपए रही। इतना ही राज्य के 10 जिलों में डीजल की कीमत भी 100 के पार चली गई है।

16 दिन में 3.12 पैसे महंगा हुआ पेट्रोल..
पेट्रोल और डीजल की कीमत में बढ़ोतरी का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सिर्फ अक्तूबर की बात करें तो 16 दिन में पेट्रोल की कीमत में 3 रुपये 12 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी हुई है।

गौरतलब है कि अलग-अलग जिलों में तेल की कीमत में अंतर की वजह ट्रांसपोर्टेशन खर्च बताया जा रहा है। तेल कंपनियों के अधिकारियों के मुताबिक ऑयल डिपो से जिन जिलों की दूरी अधिक है, ट्रांसपोर्टेसन चार्ज अधिक लगने की वजह से वहां पेट्रोल व डीजल की कीमतें भी अधिक हैं। जैसे खूंटी आयल डिपो से गढ़वा की दूरी 250 किमी है। इसलिए तेल की कीमत यहां सबसे अधिक है।