जैक ने बोर्ड परीक्षा के लिए डीइओ को भेजा पत्र..

Jharkhand: झारखंड में मैट्रिक, इंटर, नौवीं और 11वीं की बोर्ड परीक्षा में त्रुटि रहित पंजीयन को लेकर झारखंड एकेडमिक काउंसिल ने दिशानिर्देश जारी किया है। सभी जिलों के डीइओ को जैक के द्वारा इस संबंध में बुधवार को ही पत्र भेजा जा चुका है। तीन स्तर पर जांच की कि प्रक्रिया की जाएगी जिसे की पंजीयन में कोई गड़बड़ी होने की कोई गुंजाइश नहीं हो। जिलों को भेजे गये पत्र में कहा गया है, कि स्कूल और कॉलेजों में पंजीयन फॉर्म हिंदी व अंग्रेजी दोनों भाषाओं में भरा जायेगा।

10 दिनों का दिया जाएगा समय…
पंजीयन को लेकर जैक द्वारा पहले विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन एक फॉर्मेट जारी किया जायेगा। 10 दिनों का समय देते हुए। इसमें स्कूल स्तर से पहले विद्यार्थियों की नामांकन पंजी के आधार पर सभी जानकारी भरी जायेगी। इसे विद्यालय के प्रधानाध्यापक, वर्ग शिक्षक व लिपिक के द्वारा सत्यापित किया जाएगा । इसके बाद पंजीयन को लेकर जैक द्वारा स्टूडेंट इंफॉर्मेशन शीट जारी की जायेगी।

परीक्षा के 15 दिन पूर्व संशोधन का दिया जाएगा अवसर…
स्टूडेंट इंफॉर्मेशन शीट जारी होने के बाद विद्यार्थीयों को स्कूल , कॉलेज इसे डाउनलोड कर उपलब्ध करायेंगे। पूर्व में दी जानकारी से विद्यार्थी से संबंधित डाटा का मिलान किया जायेगा। स्कूल द्वारा पूर्व में दी गयी जानकारी से विद्यार्थी नाम, विषय व अन्य जानकारी में भिन्नता होने पर शीट में सुधार कर इसे जमा किया जायेगा। इसके लिए 15 दिनों का समय निर्धारित किया गया है। इसके लिए सभी स्कूल, कॉलेज में नोडल पदाधिकारी कमिटी बनाया जायेगे। इसके बाद पंजीयन के लिए जारी चेक लिस्ट डाउनलोड कर विद्यालय के प्रधानाध्यापक, नोडल पदाधिकारी के साथ-साथ बच्चे के अभिभावक का भी हस्ताक्षर होगा। पूरी प्रक्रिया समाप्त होने के बाद परीक्षा के 15 दिन पूर्व फिर से संशोधन का अवसर दिया जायेगा।

फिर से संशोधन में लिए जाएंगे शुल्क…
पंजीयन प्रक्रिया पूरी होने के बाद अगर कोई विद्यार्थी किसी भी प्रकार के संशोधन की प्रक्रिया चाहता है तो उसे संशोधन के लिए शुल्क लिया जायेगा। संशोधन की प्रक्रिया होने पर स्कूल के प्रधानाध्यापक से लेकर नोडल पदाधिकारी पर आवश्यक कार्रवाई की जायेगी। विद्यार्थियों के डाटा को लेकर ई-विद्यावाहिनी पोर्टल पर दी गयी जानकारी को भी देखने के लिए कहा गया है। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी को इसकी जानकारी संबंधित स्कूल, कॉलेज के प्राचार्य को देने के लिए कहा गया है।