झारखंड के चतरा में घर वापसी एक बार फिर सामने आया है। यहां हंटरगंज प्रखंड के कटैया गांव में धर्म बदलकर ईसाई बने 50 पुरुष और महिलाएं वापस सनातन धर्म में लौटे। ये मामला मंगलवार का है। कटैया गांव में स्थित मां देवी मंडप में इन सब को वैदिक रीति-रिवाज और पूजा पाठ कर सब को संस्कारित किया गया। सैकड़ों की संख्या में लोग इस कार्यक्रम में मौजूद रहे और इसके गवाह बने।
इन सभी महिलाओं व पुरुषों का कहना है कि वो लोभ-लालच के चक्कर में पड़ गए थे और इसी वजह से ईसाई धर्म अपना लिया था। उनका कहना है कि आत्ममंथन के बाद उन्हें अपनी गलती का एहसास हुआ तो फिर सब ने अब प्रायश्चित की ठानी है।
सनातन धर्म में वापस लौटने वाली बेबी देवी ने बताया कि वो कुछ गंभीर बीमारियों से परेशान थी। वो और उनके पति इलाज कराने घंघरी जा रहे थे। इस बीच पड़ोस के एक गांव के दो ईसाई धर्म प्रचारकों से उनकी भेंट हुई। इन धर्म प्रचारकों ने कहा कि ईसाई धर्म अपना लो और परमेश्वर (भगवान) की प्रार्थना करो, सब ठीक हो जाएगा। बेबी देवी ने कहा “हमने वैसा ही किया, मगर इससे कोई लाभ नहीं मिला। फिर सब छलावा जैसा लगा। काफी सोच-विचार के बाद हमने अपने मूल धर्म सनातन में वापस लौटने का फैसला किया।”