हजारीबाग के बड़कागांव प्रखंड के हरली गांव के खेत में गड़े बोरिंग की पानी से उठ रही आग की लपटें लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। गौरतलब है कि क्षेत्र में ओएनजीसी के द्वारा डेढ़-दो वर्ष पूर्व जांच को लेकर बोरिंग की गई थी। वहीं , कई स्थानों पर बोरिंग को बंद कर दिया गया था। हालांकि कुछ स्थानों पर बोरिंग अब भी चालू है जिसकी वजह से पानी के साथ थोड़ा -बहुत गैस के रिसाव की संभावना लोग जता रहे हैं। आपको बता दें कि प्रखंड के तलवार पंचायत अंतर्गत कोयलंग, डोकाटांड के निकट में गैस रिसाव को पाइप फिटिंग कर ऊपर उठा कर गैस को समाप्त करने के लिए उसमें आग लगा दी गई थी।
वर्तमान में हरली गांव के सीमासी नामक स्थान पर फिट किये गए बोरिंग के पानी में मनोरंजन के लिए लोगों द्वारा माचिस जलाकर आग लगाई जाने की बात सामने आ रही है। हालांकि , उस बहते पानी में लगे आग में ज्वलनशीलता नहीं है, यही कारण है कि लोग आग से जलते हुए पानी को हाथ में ले लेते हैं ।दरअसल , लोगों ने संभावना जताई की बहते पानी के साथ मीथेन गैस के रिसाव के कारण पानी में आग लगी है | आपको बता दें कि पानी में मीथेन गैस की मात्रा इतनी कम है कि वह निकलने के साथ ही खत्म हो जाता है। हालांकि सुरक्षा को लेकर थाना प्रभारी हिमांशु शेखर के द्वारा ओएनजीसी से स्थल को खतरा का चिन्ह लगाकर बैरिकेडिग का दी गई है |