दुमका उपचुनाव में झामुमो से बसंत और भाजपा से लुईस आमने-सामने..

दुमका और बेरमो उपचुनाव का बिगुल बजते ही राजनीतिक रोमांच शुरू हो गया है। तमाम दलों ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा शुरू कर दी है। झामुमो ने दुमका सीट के लिए झामुमो युवा मोर्चा के केंद्रीय अध्यक्ष बसंत सोरेन को मैदान में उतारा है| इस बाबत पार्टी ने गुरूवार को उन्हें प्रत्याशी बनाने की अधिकृत घोषणा भी कर दी है। इसके बाद12 अक्टूबर को बसंत सोरेन अपना नामांकन दाखिल करेंगे। वहीं भाजपा ने पिछले चुनाव में इस सीट पर दूसरे नंबर पर रहीं लुईस मरांडी प्रत्याशी बनाया है। पार्टी की ओर से उनके नाम की औपचारिक घोषणा होने के बाद नामांकन पत्र भरने की तिथि तया की जाएगी।

इधर, झामुमो के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि पार्टी के केंद्रीय अध्यक्ष शिबू सोरेन और कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की सहमति के बाद बसंत सोरेन को उम्मीदवार बनाया गया है। दुमका के प्रबुद्ध जनों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी उनके नाम का आग्रह किया था।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के दुमका सीट छोड़ने के बाद से बसंत सोरेन को इस सीट का प्रबल दावेदार माना गया। लेकिन पार्टी में उलझन उस वक्त बढ़ गई जब शिबू सोरेन के बड़े बेटे स्वर्गीय दुर्गा सोरेन की बेटी का नाम भी उम्मीदवार के लिए सामने आने लगा|हालांकि, विधायक और शिबू सोरेन की बड़ी बहू सीता सोरेन ने बसंत सोरेन को समर्थन देने की बात कही तो सभी अटकलों पर विराम लगा गया।

उधर भाजपा में 2014 के विधानसभा चुनाव में सीएम रहते हेमंत सोरेन को लुईस मरांडी ने दुमका से हराया था। वहीं 2019 चुनावमें वो हेमंत से मात्र13188 वोट से पीछे रह गई थी। इसलिए उनकी दावेदारी मजबूतथी। हालांकि बीच में बाबूलाल मरांडी को दुमका सेप्रत्याशी बनाने की चर्चा होने लगी। लेकिन बाबूलाल ने साफ कर दिया कि वो दुमका उपचुनाव नहीं लड़ेंगे।