छोटे भाई के लिए चुनाव प्रचार करने दुमका पहुंचे सीएम, केंद्र सरकार, और भाजपा पर बोला हमला..

दुमका उपचुनाव के तहत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शनिवार को अपने छोटे भाई और झामुमो प्रत्याशी बसंत सोरेन के लिए प्रचार करने दुमका पहुंचे। इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार, भाजपा और बाबूलाल मरांडी पर कड़ा प्रहार किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सत्ता से बाहर होते ही तिलमिला गई है जिसकी वजह से हमें परेशान करने का सिलसिला शुरू किया गया है। जो भी गैर भाजपा शासित राज्य हैं उन्हें अस्थिर करने की कोशिश की जा रही है। यहां तक कि इसके लिए संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग किया जा रहा है। ।

अपने चुनावी दौरे में मुख्यमंत्री ने एसटी-एससी आरक्षण में बदलाव करने की बात कही। उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर 10 हजार लड़कियों और दर्जन भर खिलाड़ियों को नौकरी दी जाएगी।

पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबूलाल मरांडी संथाल से आदिवासियों को भगाना चाहते हैं और छत्तीसगढ़िया को बसाना चाहते हैं।

केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार के विभिन्न इकाइयों का, राज्य सरकार के ऊपर एक लाख करोड़ रुपए का बकाया है। हमें कोयला, पानी, और जमीन का पैसा नहीं मिला। लेकिन झारखंड के लोग अपने अधिकारों को छीन कर लेना जानते हैं। उन्होंने केंद्रीय मंत्री व सांसदों से आग्रह करते हुए कहा कि वो झारखंड को उसका बकाया दिलाने में मदद करें। मुख्यमंत्री ने तंज कस्ट हुए कहा कि ये कैसी इकॉनोमी है, जिसमें सेंसेक्स ऊपर और जीडीपी नीचे जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में छल प्रपंच, साम, दाम, दंड भेद, सब कुछ का इस्तेमाल होता है, लेकिन इसकी भी एक सीमा होती है। कुछ लोग दल और झंडा बदलने के बाद अब बोल भी बदलने लगे हैं। उन्होंने कहा कि बेरमो और दुमका में गठबंधन के दल एक दूसरे का पूरा सहयोग कर रहे हैं। माना कि विपक्ष भी पसीना बहा रहा है, लेकिन दोनों सीटों पर जीत गठबंधन की ही होगी। भाजपा ने इस उपचुनाव में योजनाबद्ध तरीके से निर्दलीयों को वोटकटवा के रूप में खड़ा किया है। हेमंत सोरेन ने कहा कि अलग झारखंड राज्य के लिए भाजपा के किन नेताओं ने अपना बलिदान दिया है?

मुख्यमंत्री ने बाबूलाल मरांडी को घेरते हुए कहा कि आज संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग हो रहा है, ऐसे में बाबूलाल मरांडी इस पर अपनी राय दें। सीएनटी, एसपीटी, मोमेंटम झारखंड, कंबल सहित अन्य घोटालों पर अपनी राय दें। उन्होंने कहा कि आखिर बाबूलाल मरांडी को हो क्या गया है। वो आदिवासियों को संथाल से खदेड़ना चाहते हैं। लेकिन, आखिर उनकी जगह संथाल में बसाना किसको चाहते हैं, क्या छत्तीसगढ़िया को बसाना है?

राज्य में आपराधिक घटनाओं के बारे में बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रेप की घटनाएं केवल झारखंड में ही नहीं बल्कि पूरे देश में हो रहा है। लेकिन उन्होंने इस तरह के मामलों में कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने राज्य से आमतौर पर होने वाली ट्रैफिकिंग के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि ट्रैफिकिंग की शिकार महिलाओं को वापस झारखंड लाया जाएगा। पूर्व की सरकार में छोटे और मध्यम उद्योगों को कोई मदद नहीं दी गई, सिर्फ कुछ कॉरपोरेट घरानों तक मदद की गई। कृषि कानून को हेमंत सोरेन ने किसानों के लिए अहित कर बताया।