सरना धर्म कोड को लेकर 15 नवंबर से पहले बुलाया जाएगा विशेष सत्र – मुख्यमंत्री

दुमका व बेरमो विधानसभा उपचुनाव से महज चार दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सरना धर्म कोड को लेकर बड़ा ऐलान किया है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दुमका में कहा कि आगामी 2021 की जनगणना में सरना धर्म कोड लागू करने का प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा। इसके लिए वो बहुत जल्द विशेष सत्र आहुत करने के लिए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को प्रस्ताव भेजेंगे.

मुख्यमंत्री शुक्रवार को दुमका के खिजुरिया गांव स्थित शिबू सोरेन के आवास पर प्रेस वार्ता कर रहे थे। इस दौरान अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज द्वारा जनगणना में सरना धर्म कोड के लिए अलग कॉलम की मांग की जा रही है। इसके लिए बहुत जल्द वो विशेष सत्र बुलाने को लेकर राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को प्रस्ताव भेजेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दो दिनों में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर इसके लिए सत्र का समय तय कर लेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य स्थापना दिवस के पूर्व ही इस सत्र का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि जनगणना में विभिन्न धर्मों के लोगों के लिए कॉलम बनाये गये हैं, लेकिन इस देश के आदिवासियों के लिए कॉलम नहीं बनाया गया है। कई सामाजिक संगठनों द्वारा इसे लेकर चिंता भी जताई गई है तथा अपनी बातों को रखा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन सभी बातों को विधानसभा सत्र में रखा जाएगा और आगे का प्रस्ताव केंद्र को भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री ने हेमंत सोरेन ने कहा कि उन्होंने इस बारे में राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से फोन पर बात की है। बहुत जल्द वो विशेष सत्र बुलाने को लेकर राज्यपाल को प्रस्ताव भेज रहे हैं। झारखंड के स्थापना दिवस 15 नवंबर से पहले ही विशेष सत्र बुलाकर केंद्र सरकार को ये प्रस्ताव भेजेंगे।