जवाहर नवोदय विद्यालय के नामांकन फर्जीवाड़े की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी गठित..

जवाहर नवोदय विद्यालय के नामांकन में सामने आए फर्जीवाड़े की जांच को लेकर तीन सदस्यीय कमेटी गठित की गई है। ये जानकारी कोडरमा के आरडीडीई सह बीइइओ मिथलेश कुमार सिन्हा ने गुरुवार को दी। उन्होंने बताया कि सत्र 2019-20 में नामांकित सभी बच्चों के सर्टिफिकेट की जांच की जाएगी। जांच के लिए गठित कमेटी में जयनगर बीइइओ राम सेवक प्रसाद दांगी, मरकच्चो बीइइओ सहदेव महतो और जयनगर बीपीओ अशोक कुमार उपाध्याय को शामिल किया गया है।

कमेटी को 10 दिनों के अंदर ही जांच रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। बता दें कि, नवादेय स्कूल में 2019-20 के सत्र में मात्र 27 छात्रों के टीसी पर डीइओ का काउंटर हस्ताक्षर हुआ है। जबकि नामांकन के लिए जारी सभी टीसी में डीइओ का काउंटर हस्ताक्षर होना जरूरी था। डीइओ ने कहा कि जांच के बाद जिस भी छात्र का टीसी फर्जी पाया जाएगा, उसका नामांकन रद्द किया जाएगा। इसके साथ ही इस मामले में जो भी लोग शामिल होंगे, उनके खिलाफ कड़ी कारवाई की जाएगी। वहीं, जिन स्कूलों द्वारा फर्जी टीसी देने का मामला सामने आ रहा है, बीइइओ स्तर से उन स्कूलों के हेडमास्टरों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

जवाहर नवोदय विद्यालय में फर्जी टीसी और जाली हस्ताक्षर के अभी 12 और मामले होने की आशंका जताई जा रही है। डीइओ ऑफिस से मिली जानकारी के अनुसार डीईओ ऑफिस की ओर से नवोदय में एडमिशन के लिए मात्र 27 छात्रों के टीसी पर डीईओ के काउंटर साइन और मुहर लगाये गये हैं।

बता दें कि, कोडरमा नवोदय विद्यालय में इस सत्र में कुल 72 छात्रों के नामांकन होने की जानकारी मिली है। जिनमें से कुल 45 मामले फर्जी टीसी के बनते हैं। इसके विपरीत चंदवारा और जयनगर बीइइओ रामसेवक दांगी ने 33 छात्रों के फर्जी टीसी और साईन का मामला उजागर किया है। ऐसे में, 45 में यदि 33 कम कर दिया जाए तो भी 12 मामले अभी भी शेष हैं। यानी कि 12 छात्रों के फर्जी टीसी और हस्ताक्षर द्वारा एडमिशन का मामला अभी भी प्रकाश में नहीं आ सका है। बीइइओ का कहना है कि जांच के बाद सभी मामले सामने आ जाएंगे।

उधर, इन मामलों की जांच में पहले स्कूल की प्राचार्या सहयोग देने के मूड में नहीं थीं। यहां तक कि, बीइइओ द्वारा नामांकित छात्र-छात्राओं के टीसी की छाया प्रति मांगे जाने पर प्राचार्या ने उन्हें डराने की कोशिश की। बीइइओ रामसेवक दांगी ने बताया कि टीसी की छाया प्रति मांगने पर नवोदय विद्यालय की प्राचार्या ने कहा कि अभिभावक आप पर केस कर देंगे। इसके बाद मामला कोर्ट में चला जाएगा, और वहां आपको जवाब देना होगा। लेकिन फिर बीइइओ के दबाव डालने पर टीसी की छायाप्रति उपलब्ध कराई गई। इस आधार पर अब नवोदय विद्यालय की प्राचार्या भी शक के घेरे में हैं।