राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव 2023-24 का कल उद्घाटन करेंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन..

Ranchi: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कर कमलों द्वारा कल शाम 4 बजे राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव 2023-24 का उद्घाटन किया जा रहा है। 7 जनवरी से यह महोत्सव आम लोगों के लिए पूरे 6 दिनों तक निरंतर चालू रहेगा। साथ ही खादी के परिधानों में 25% और वस्त्रों में 20% की छूट भी मिलेगी। झारखंड बोर्ड के सीईओ राखाल चन्द्र बेसरा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर यह जानकारी दी।

नृत्य नाटिका गांधी यात्रा कार्यक्रम से महोत्सव की होगी भव्य शुरूवात….
खादी बोर्ड के सीईओ श्री बेसरा ने बताया इस बार कार्यक्रम की शुरूआत नृत्य नाटिका गांधी यात्रा की प्रस्तुति से होगी जो की कला संस्कृति विभाग की ओर से आयोजित किया जा रहा है। सरकारी स्टॉल्स जिनमें एसबीआई, जेएसएलपीएस, मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग, झारक्राफ्ट, झारखंड हस्तकरघा एवं हस्तशिल्प निदेशालय एवं अन्य सरकारी स्टॉल भी शामिल।

120 स्टॉल सरस के लगेंगे….
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान खादी बोर्ड के सीईओ श्री राखाल चन्द्र बेसरा ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही आम जनों के लिए विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी महोत्सव में दी जाएगी। महोत्सव में लगभग 120 स्टॉल सरस की ओर से लगाए जाएंगे। वहीं यूआईडी, मुख्यमंत्री लघु कुटीर उद्योग, रेशम हस्तकरघा और हस्तशिल्प निदेशालय, झारक्राफ्ट एवं अन्य सरकारी स्टॉल भी शामिल हो रहे हैं।

ऑन द स्पॉट आम लोगों के लिए हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से हेल्थ चेकअप कैंप…..
श्री बेसरा ने बताया कि महोत्सव में हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से लोगों के लिए हेल्थ चेकअप कैंप की भी व्यवस्था रहेगी। खादी एवं सरस महोत्सव में 8 सेक्शन के कुल 300 स्टॉल है, जिसमें खादी और सरस से जुड़े स्टॉल भी शामिल हैं। साथ ही इस बार झारखंड के प्रमुख फ़ैब्रिक्स के नाम पर सेक्शन बटे होंगे मायसाड़ी, कुखना, वीरू ,बेतरा ,करया, संथाली, पड़ीया,पिंदना ।

महात्मा गांधी की जीवनी पर आधारित होगा गांधी संग्रहालय…
खादी की असली पहचान महात्मा गांधी से है। इसलिए इस बार भी राष्ट्रीय खादी एवं सरस महोत्सव महात्मा गांधी को समर्पित करते हुए महात्मा गांधी के जीवन के पहलुओं को समेटे गांधी संग्रहालय बनाया गया है। यह संग्रहालय महात्मा गांधी के विचार और खादी के प्रति लगाव को दिखाएगा।

मुख्य स्टेज सभागार झारखंड के वीर पुत्र बिरसा मुंडा के नाम….
श्री बेसरा ने कहां की जितने भी सांस्कृतिक कार्यक्रम 07 जनवरी से 12 जनवरी 2024 तक आयोजित किए जाएंगे उनमें पारंपरिक लोक नृत्य, गायन, वादन, हिंदी गायन, नृत्य नाटिका आधुनिक फोक गायन एवं बैंड शामिल होंगे। वे सभी मुख्य स्टेज पर होंगे जिसका नाम झारखंड के वीर पुत्र बिरसा मुंडा के नाम रखा गया है।