देवघर एम्स उद्घाटन कार्यक्रम रद्द होने के बाद अब देवघर एयरपोर्ट के नाम पर छिड़ी राजनीति..

रांची: झारखंड में देवघर एम्स ओपीडी का उद्घाटन कार्यक्रम को लेकर बवाल अब थमता नजर नहीं आ रहा है। देवघर में बनकर तैयार हुए एम्स के ओपीडी शुरू न हो पाने के लिए भाजपा की प्रदेश इकाई राज्य सरकार को और राज्य इस मामले में केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहरा रही है। जिसको लेकर अब राजनीति गर्म है। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) के महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बनाए गए एम्स का लाभ कोरोना महामारी में झारखंड के लोगों को नहीं मिल सका। इससे साफ है कि केंद्र सरकार इसे लेकर गंभीर नहीं है। कोविड-19 में नियमों के कारण पूरे कार्यक्रम को वर्चुअल तरीके से करने की बात कही गई थी। इसके लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से सहमति भी मिली थी। लेकिन 24 जून को शरण के एक पत्र में पूरे कार्यक्रम को रद्द करने को कहा गया।

अब इस पूरे मामले में शरण के पत्र भेजे जाने को लेकर जेएमएम ने केंद्र सरकार को घेरा है। जेएमएम ने आरोप लगाते हुए कहा है कि अस्पताल पर वही केंद्र सरकार राजनीति कर रही है जो कोरोना महामारी को अघोषित आपातकाल कहती है।

इसके साथ ही देवघर के एयरपोर्ट पर भी भट्टाचार्य ने कहा कि उद्घाटन सावन के पहले सोमवार को किए जाने और इस एयरपोर्ट का नाम बाबा बैजनाथ नाम पर रखे जाने के संबंध में राज्य ने केंद्र से बात की थी। मीडिया से बातचीत करते हुए भट्टाचार्य ने इस मांग को लेकर दबाव बनाते हुए कहा कि यह कार्यक्रम भी इस तरह से नहीं किया गया तो बाबा बैजनाथ में आस्था रखने वाले भक्तों का अपमान होगा।