फ्लाइओवर आपस में जुड़ने के बाद ट्रैफिक जाम से लोगों को मिलेगा निजात..

Ranchi: झारखंड में सड़क परिवहन को मजबूत करने के लिए कई फ्लाइओवर का निर्माण किया जा रहा है। विकास की और कदम बढ़ा रहा झारखंड देश के अन्य राज्यों से बहुत आगे निकल गया है। वही झारखंड में हैवी ट्रैफिक का सामना कर रहा रांची कई फ्लाईओवर निर्माण होने के बाद राहत की सांस ले रहा है। वही कांटाटोली फ्लाइओवर और सिरमटोली फ्लाइओवर आपस में जोड़ेने की योजना बना ली गयी है। प्राधिकृत समिति द्वारा योजना की स्वीकृति दे दी गई है। अब मंत्रिपरिषद की बैठक में योजना की स्वीकृति ली जायेगी। स्वीकृति मिलने के बाद क्रियान्वयन की दिशा में कार्रवाई कर दी जायेगी।

क्या है योजना….
मेकन की ओर से आने वाले फ्लाई ओवर को इस योजना के तहत डाउन रैंप सरना स्थल के पास उतारा जाएगा। यहीं से दो विंग बायीं और दायीं ओर बनाया जायेगा, जो आगे जाकर योगदा सत्संग के पास कांटाटोली फ्लाइओवर से जुड़ जायेगा।

फ्लाइओवर से यातायात में हुई सुविधा….
योजना के निर्माण होने के बाद मेकन की ओर से आने वाले वाहनों को अगर सिरमटोली के पास उतरना होगा, तो वे सरना स्थल पर डाउन रैंप से उतर जायेंगे, लेकिन जिन्हें सीधे कांटाटोली की ओर जाना होगा, वे वाहन सीधे विंग के माध्यम से ऊपर ही ऊपर आगे निकल जायेंगे और कांटाटोली फ्लाइओवर की और आगे बढ़ जाएंगे। इसी तरह कांटाटोली से मेकन की ओर जाने वाले वाहन योगदा सत्संग के पास जुड़े सिरमटोली फ्लाइओवर के विंग से आगे निकल जायेंगे। जिन वाहनों को क्लब रोड या स्टेशन की ओर जाना है, वे नीचे उतर कर चले जायेंगे।

मुख्यमंत्री ने की थी पहल….
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा इस योजना के लिए पहल की गई थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्थल का निरीक्षण कर पाया कि सिरमटोली चौक दोनों फ्लाइओवर के बन जाने के बाद भी जाम स्थल बना रहेगा। फ्लाइओवर का निर्माण होने के बाद भी लोगों को हैवी ट्रैफिक का सामना करना पड़ेगा। इसके बाद एक मजबूत योजना के साथ पथ निर्माण विभाग को दोनों फ्लाइओवर को जोड़ने का निर्देश दिए गया। इसके बाद ही यह योजना तैयार हुई है।

4 महीने में बने तीन पिलर….
पथ निर्माण विभाग योजना के निर्माण के लिए दिए गए निर्देशों के बाद बिड़ला बोर्डिंग के पास तीनों पिलर बन कर तैयार हो गया है। यहां लगे बैरिकेडिंग भी हटा दिये गये है। जिससे कि लोगों को कम जाम का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में यहां ट्रैफिक स्मूथ हो गया है। जानकारी के मुताबिक करीब 4 महीने के समय के बाद यहां पर तीन पिलर के निर्माण किया गया है। इससे रातू रोड की ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी थी। लोगों को चल रहे फ्लाईओवर काम के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा तब जाकर इसका निर्माण पूरा हुआ है।