रांची: झारखंड सरकार के स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंंह ने फिर राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को कोरोना को लेकर सतर्क किया है। राज्य में कोरोना के बढ़ते संक्रमण को केंद्र मेें रख कर उन्होंने कोविड मैनेजमेंट का सख्ती से अनुपालन करने को कहा है। स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंंह ने कोरोना संक्रमित पाए जानेवाले लोगों को पूर्व की तरह संबंधित कोविड सेंटरों या अस्पतालों में अनिवार्य रूप से भर्ती करने को कहा है। किसी कोरोना संक्रमित को विशेष परिस्थिति में ही पूरी तरह संतुष्ट होने के बाद होम आइसोलेशन में रहने की अनुमति देने की बात कही है।
तीन गुना एक्टिव मामले सामने आने के बाद बढ़ी चिंंता..
अपर मुख्य सचिव ने झारखंड के सभी जिलों के उपायुक्तों से कहा है कि पिछले सप्ताह से इस सप्ताह कोरोना के एक्टिव केस में तीन गुना वृद्धि हुई है। अन्य राज्यों में भी कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में समय पर केस की पहचान, प्रभावशाली केस मैनेजमेंट के अलावा टेस्ट, ट्रैक, आइसोलेट, ट्रीट तथा वैक्सीनेशन के सिद्धांतों का पूरी तरह से पालन होना चाहिए।
उन्होंने दूसरे देशों से लौट रहे यात्रियों की निगरानी करने तथा उनकी अनिवार्य रूप से आरटी-पीसीआर जांच तथा जीनोम सिक्वेंसिंंग कराने को भी कहा है। जिन क्षेत्रों में अधिक मरीज मिल रहे हैं वहां भी पाजिटिव सैंपल की अनिवार्य रूप से जीनोम सिक्वेंसिंंग कराने का निर्देश दिया है। अपर मुख्य सचिव ने केंद्र व राज्य सरकार द्वारा पूर्व में जारी सभी दिशा-निर्देशों का भी सख्ती से अनुपालन कराने को कहा है।
गुरुवार को कोई फैसला ले सकती है सरकार..
मालूम हो कि 30 दिसंबर 2021 को राज्य आपदा प्रबंधन समिति की बैठक होने वाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में यह बैठक प्रस्तावित है। ओमिक्रोन के बढ़ते खतरों को देखते हुए झारखंड सरकार कई पाबंदियां लागू कर सकती है। दिल्ली की तरह यहां भी स्कूल, कालेज आदि बंद हो सकते हैं। नव वर्ष पार्टी पर भी पाबंदी लग सकती है।