बोकारो के चिन्मया विद्यालय से 12वीं पास करने वाले शुभम कुमार ने UPSC Civil Services Exam 2020 में टॉप रैंक हासिल किया है। यूपीएससी टॉपर शुभम कटिहार जिले के कदवा प्रखंड के कुम्हरी गांव के रहने वाले हैं। झारखंड अपडेट्स से बातचीत के दौरान इस बार परीक्षा में टॉप करने पर शुभम ने खुशी जताई। शुभम कुमार ने बताया कि वह फिलहाल पुणे में इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विसेज की ट्रेनिंग कर रहे हैं। पिछले साल यूपीएससी की परीक्षा में शुभम को 290 रैंक आया था जिसके बाद वह इंडियन डिफेंस अकाउंट सर्विसेज सेवा के लिए चुने गए और फिलहाल पुणे में उनका ट्रेनिंग चल रहा है। शुभम 24 साल के हैं और उन्होंने अपने तीसरे कोशिश में यूपीएससी की परीक्षा टॉप की है।
शुभम ने बताया कि उन्होंने यूपीएससी की तैयारी 2018 में शुरू की जब उनकी सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी हो गई। शुभम ने सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई आईआईटी मुंबई से 2018 में पूरी की है। शुभम ने बताया कि उन्होंने यूपीएससी की पहली बार परीक्षा 2018 में दी थी मगर वह सफल नहीं हुए थे और फिर 2019 में उन्होंने दूसरी बार यूपीएससी की परीक्षा दी जिसमें उन्हें 290 रैंक आया और फिर बाय इंडियन डिफेंस अकाउंट्स सर्विस सेवा के लिए चुने गए। शुभम ने बताया कि यूपीएससी मेंस की परीक्षा में एंथ्रोपोलॉजी ऑप्शनल विषय था।
परिवार के बारे में बातचीत करते हुए शुभम ने बताया कि उनके परिवार में उनके पिता, माता, एक बहन है और सभी लोग कटिहार में ही रहते हैं। शुभम के पिता उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक में मैनेजर के पद पर कार्यरत है। शुभम ने बताया कि उन्हें कभी भी यह उम्मीद नहीं थी कि वह यूपीएससी की परीक्षा टॉप करेंगे बल्कि उन्हें तो यह भी उम्मीद नहीं थी कि उनका नाम लिस्ट में भी आएगा मगर भगवान के आशीर्वाद और परिवार के आशीर्वाद की वजह से उन्होंने यह कारनामा कर दिखाया।
शुभम ने बताया कि उन्होंने दसवीं विद्या विहार रेजिडेंशियल स्कूल पूर्णिया से पास किया और 12वीं चिन्मया विद्यालय बोकारो से पास किया। शुभम ने 2018 में आईआईटी मुंबई से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। शुभम ने बताया कि इंजीनियरिंग की पढ़ाई खत्म करने के बाद परिवार वालों से उन्होंने बातचीत की और फिर सभी ने उन्हें यूपीएससी की तैयारी करने के लिए कहा। इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने नौकरी नहीं की और अपना ध्यान पूरी तरीके से यूपीएससी की पढ़ाई पर ही केंद्रित रखा। अब आईएएस बनने के बाद वह लोगों के लिए काम करना चाहते हैं और समाज के लिए ज्यादा से ज्यादा काम करना चाहते हैं। शुभम ने बताया कि वह चाहते हैं कि उन्हें बिहार कैडर मिले ताकि वह अपने राज्य में ही अपनी सेवाएं दे।
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