इस बार जैक बोर्ड परीक्षा में 40 फीसद प्रश्न होगा ऑब्जेक्टिव, जैक अध्यक्ष ने दी जानकारी..

झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) बोर्ड के चेयरमैन डॉ अरविन्द प्रसाद सिंह ने बताया है कि कोरोना संक्रमण की वजह से पूरे साल उच्च विद्यालयों में किसी प्रकार की गतिविधि नहीं हुई और विद्यालय स्तर की परीक्षाएं भी स्थगित कर दी गयी। लिहाज़ा मैट्रिक में इंटरनल एसेसमेंट 50 प्रतिशत कम अंकों के साथ होगा। अब दसवीं में 20 की जगह 10 अंक के इंटरनल एसेसमेंट का नियम बनाया गया है। रांची यूनिवर्सिटी के रेडियो खांची के ज़रिये डॉ अरविन्द प्रसाद सिंह ने शनिवार को मैट्रिक एवं इंटर से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बातों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इंटरनल एसेसमेंट में 10 अंक को दो भाग में बांटा गया है। स्कूल स्तर पर परीक्षा का आयोजन किया जाएगा जिसमे 5 अंक मॉडल प्रश्न पत्र के आधार पर दिया जाएगा, और 5 अंक मॉक टेस्ट में प्रदर्शन के आधार पर देने का प्रावधान बनाया गया है। दूसरी ओर पैटर्न में भी कई बदलाव किया गया है। इस बार 40 फीसद प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप होगा, तो वही 60 फीसद सब्जेक्टिव होगा।

थ्योरी पेपर 90 अंक का होगा। स्कूल प्रबंधन से साफतौर पर कहा है कि केवल 10 अंक का आंतरिक मूल्यांकन कर जैक बोर्ड को भेजें, ऐसा न करने पर सॉफ्टवेयर अंक स्वीकार नहीं करेगा और परिणाम लंबित हो जाएगा। आपको बता दें की मैट्रिक और इंटर की परीक्षा 4 से 21 मई तक होगी और प्रैक्टिकल 6 से 27 अप्रैल तक होंगे। 90 अंक के प्रश्न पत्र में 20 बहुवैकल्पिक प्रश्न 1-1 अंक के होंगे। 10 फिल इन ब्लैंक प्रश्न 1-1 अंक के होंगे। 10 अति लघु प्रश्न होंगे जो 2-2 अंक के होंगे। पांच प्रश्न लघु होंगे, जो 4 अंक के होंगे और चार दीर्घ प्रश्न 5 अंक के होंगे।

जैक चेयरमैन के अनुसार जहां पिछले वर्ष 6.21 लाख परीक्षार्थी थे वहीँ इस वर्ष परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ कर 7.67 लाख हो गयी है। उन्होंने कहा कि मैट्रिक और इंटर की परीक्षा मई माह में समाप्त हो जाएगी। फिर जून महीने में उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा और जुलाई माह में परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।

राज्य के अधिकांश जिलों में वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसमे मूल्यांकन और परीक्षा संचालन की जानकारी विशेषज्ञ द्वारा दी गयी। उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के दौरान त्रुटि हो जाने की वजह से परिणाम लंबित हो जाता है।