झारखंड के कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए केंद्र सरकार ने 1500 रेमडेसिविर इंजेक्शन आवंटित किए हैं। सोमवार को राज्य सरकार को ये सारे इंजेक्शन प्राप्त हो गए जिसके बाद इन्हें राज्य के 29 निजी अस्पतालों में वितरित कर दिया गया। गौरतलब है इससे अस्पतालों में इस इंजेक्शन की किल्लत कुछ हद तक दूर होगी। रविवार को राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन से फोन पर बात कर इस इंजेक्शन के अतिरिक्त कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल होने वाली अन्य दवाओं की मांग भी की।
जिन अस्पतालों को रेमडेसिविर के इंजेक्शन दिए गए हैं, उनमें अथर्व केयर हॉस्पिटल, सैमफोर्ड हॉस्पिटल, नागरमल मोदी सेवा सदन, द होप हॉस्पिटल, राज हॉस्पिटल, एसक्लेपियस सेंटर फॉर मेडिकल साइंसेज, मेडिका, गुरुनानक हॉस्पिटल, प्रभावती हॉस्पिटल, लेक व्यू हॉस्पिटल, कांसटेंट लीवेंस हॉस्पिटल, पल्स हॉस्पिटल, आलम हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, पारस हॉस्पिटल, हेल्थ प्वाइंट, सेंटेवीटा, आर्किड हॉस्पिटल, मेदांता, रामप्यारी हॉस्पिटल, आरपीएस, सेंवेंथ पाम, एसएम मेमोरियल हाॅस्पिटल, देवकमल हाॅस्पिटल, सृष्टि, लाइफ केयर, टाटा मेन हॉस्पिटल-जमशेदपुर, हजारीबाग आरोग्यम अस्पताल, अशरफी हॉस्पिटल-धनबाद, टेंडर जालान-धनबाद शामिल हैं।
आपको बता दें कि रेमडेसिविर इंजेक्शन कोरोना मरीजों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली प्रभावी दवा है। यही वजह है कि सरकार ने इसके एक्सपोर्ट पर रोक लगा दी है।