बोकारो में कोनार डैम से पानी छोड़ने से इंटकवेल नदी की धार में बहा..

रांची सहित राज्य में पिछले तीन दिनाें से मूसलाधार बारिश हाे रही है। इससे तकरीबन हर जिले में लोगों की हालत भी खराब हाे गई है। बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत चतरोचट्टी पंचायत स्थित कोनार नदी के किनारे लगभग 18 करोड़ ‌रुपये की लागत से बने पेयजलापूर्ति से संबंधित इंटक वेल कोनार डैम क्षेत्र में पानी भरने व गेट‌ से अचानक 15 हजार क्यूसेक पानी खोलने से पलट गया। इससे तीन पंचायतों के दस गांवों में पेयजलापूर्ति पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। सूत्रों से प्राप्त‌ जानकारी अनुसार चतरोचटी थाना क्षेत्र में लगातार तीन दिनों से बारिश हो रही है। इससे डैम में काफी पानी भर आया। सुरक्षा के दृष्टिकोण से डैम का फाटक अचानक खोल दिया गया, जिससे पानी का बहाव काफी तेज‌ हो गया। इससे इंटक वेल धंस गया। विभागीय‌ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इंटक वेल का फाउंडेशन 25 फीट है। ट्रीटमेंट प्लांट‌ की क्षमता 3-50 एमएलडी है।

इससे तीन पंचायत‌ के दस गांवों में पेयजलापूर्ति किया जाना था, सभी गांवों को निरंतर पानी मिले, इसके लिए पानी मिलने वाले साइट पर इंटक वेल का निर्माण किया गया था। कोनार डैम में पानी बीते रात्रि से 15 हजार क्यूसेक पानी छोड़ने से कोनार नदी में पानी का बहाव उफान पर है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से बीडीओ गोमिया कपिल कुमार ने कोनार नदी के किनार रहने वाले आम लोगों को सतर्क रहने व इलाका खाली करने की अपील की है।

दो दिनों से हो रही बारिश के कारण बोकारो थर्मल में कोनार नदी पर बने बैराज का चार गेट टूटकर पानी की तेज धार में बह गया। कोनार नदी छठ घाट पर बना लोहा पुल और बोकारो थर्मल से लहरियाटांड़ को बिजली सप्लाई के लिए लगाया गया ट्रांसफार्मर भी पूरी तरह पानी में डूब गया। बैराज का चार गेट टूटने से पावर प्लांट से बिजली उत्पादन और कॉलोनी में पेयजलापूर्ति में परेशानी होगी।

वहीं गोमिया के विधायक‌ डॉ लम्बोदर महतो ने चतरोचटी में इंटक वेल पानी में पलटने की घटना पर पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के विभागीय‌ सचिव को संज्ञान में देकर विभागीय‌‌ जांच कर‌ने की बात कही है तथा जल्द हो इंटक वेल निर्माण करने की बात‌ कही, ताकि जल्द से जल्द‌ पेयजलापूर्ति बहाल हो सके।