राज्यपाल ने विश्वविद्यालयों के शिक्षकों की प्रोन्नति विलंब होने पर ज़ाहिर की नाराज़गी..

गुरुवार को राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने झारखण्ड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के अध्यक्ष अमिताभ चौधरी, सदस्य डॉ एके चट्टोराज व भगवान दास को राजभवन में बुलाया | इस दौरान वो विश्वविद्यालय के शिक्षकों की प्रोन्नति में हो रही विलंब को लेकर काफी नाराज दिखीं | वहीं बतौर सदस्य डॉ एके चट्टोराज व डॉ टीएन साहु का आयोग द्वारा आयोजित अपनी ही प्रोन्नति प्रक्रिया में शामिल होने पर राज्यपाल ने ना सिर्फ आश्चर्य व्यक्त किया बल्कि इसपर असंतोष भी जताया।

राज्यपाल ने कड़े शब्दों में सदस्यों से जवाब मांगा कि जब राज्य के विश्वविद्यालयों में शिक्षकों को प्रोन्नति नहीं मिली है, तो फिर वो खुद की प्रोन्नति के लिए इंटरव्यू में कैसे शामिल हो गये। उन्होंने आयोग के सदस्यों से पूछा कि आखिर विवि शिक्षकों को प्रोन्नति कब तक मिलेगी? प्रोन्नति कि आस में कई शिक्षक सेवानिवृत्त हो चुके हैं |

उन्होंने साफ साफ शब्दों में कहा कि अगर नियम के अनुसार समय पर काम नहीं होगा, तो दोषियों को हटाने तक की कार्रवाई की जा सकती है | इससे साफ़ पता चलता है कि राज्यपाल शिक्षकों के प्रोन्नति में विलंब को लेकर काफी गंभीर हैं।

साथ ही , राज्यपाल ने आयोग के अध्यक्ष श्री चौधरी से विवि शिक्षकों समेत अन्य नियुक्तियों के सिलसिले में अबतक हुई प्रगति की जानकारी भी ली | अध्यक्ष श्री चौधरी ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू को बताया कि वे स्वयं मॉनिटरिंग कर सभी लंबित कार्यों को निपटाने का प्रयास कर रहे हैं | राज्यपाल ने अध्यक्ष से सदस्यों की सहभागिता के सिलसिले में भी जानकारी ली | वहीं ,अध्यक्ष श्री चौधरी ने राज्यपाल से कहा कि आयोग एक संवैधानिक संस्था है और इसकी गरिमा को बचाये रखना हम सबका कर्तव्य है |

अब ऐसे में आयोग के दोनों सदस्यों डॉ एके चट्टोराज व डॉ टीएन साहू द्वारा रीडर से प्रोफेसर पद पर प्रोन्नति के लिए दिये गया इंटरव्यू सवालों के घेरे में आ गया है| आशंका जताई जा रही है कि दोनों सदस्यों की प्रोन्नति की प्रक्रिया रद्द कर दी जायेगी | हालांकि, पहले पूरी जांच-पड़ताल की जायेगी | इसके लिये आयोग व राजभवन कार्मिक विभाग से जानकारी इकट्ठा करेगा | साथ ही ,राज्यपाल द्वारा सदस्यों की सहभागिता के सिलसिले में विधि विभाग व महाधिवक्ता कि सलाह के आधार पर कार्रवाई सुनिश्चित कि जायेगी | राज्यपाल ने जेपीएससी अध्यक्ष से तय समय सीमा के अंदर कार्य कर उन्हें जानकारी देने को कहा गया है |