झारखंड पुलिस के योग्य जवान व अफसरों को हरियाणा के मानेसर स्थित नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) प्रशिक्षण केंद्र में प्रशिक्षण दी जाएगी। पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों से पुलिस निरीक्षक से ले कर सिपाही स्तर तक के क्षमताशील जवानों व अफसरों की सूची तैयार करने का आदेश दे दिया है। इसके बाद चयनित जवानों को मानेसर भेजा जाएगा। कमांडो प्रशिक्षण के लिए केवल ऐसे जवान व अफसरों का चयन होगा जिन्हें पिछले तीन वर्षों में कोई दंड न मिला हो और पूरे सेवा काल में भी कोई उन्हें बड़ा दंड न मिला हो। ऐसे अफसर जिनका पिछले पांच वर्षों के ज़िम्मेदारियों का रिकॉर्ड उत्तम होगा, उन्हें भी प्रशिक्षण के लिए भेजा जाएगा। दागी अफसर या जवान को इस प्रशिक्षण से दूर रखा जाएगा।
राज्य के भीड़ नियंत्रण की बात करें या वीवीआईपी सुरक्षा की, नेशनल सिक्योरिटी गार्ड की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है। इसी उद्देश्य से झारखण्ड पुलिस विभाग के चयनित अफसरों को इसका प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि राज्य में विधि व्यवस्था की विपत्ति होने पर ये जवान कमांडो तकनीक से राज्य की सुरक्षा संभाल सकें।
आपको बता दें की प्रशिक्षण शिविर में जानेवाले सिपाहियों व दरोगा की अधिकतम आयु 30 वर्ष और हवलदारों व इंस्पेक्टर की अधिकतम आयु 38 वर्ष होनी चाहिए। 26 अप्रैल से 3 महीनों का प्रशिक्षण शुरू किया जाएगा।