रांची : झारखंड के लोहरदगा जिले के किस्को प्रखंड के महुआपाट गांव के ग्रामीणों के अनुसार एक महीने से बाघ किस्को प्रखंड के आसपास वन विभाग क्षेत्रों में आतंक मचाए हुए है। बाघ ने 6 से अधिक पशुओं को मार कर अपना शिकार बनाया है। कई बार ग्रामीणों द्वारा बाघ को देखा भी गया है।
वन विभाग के मुख्यालय ने अधिकारियों को इस पर नजर रखने का निर्देश दिया है। इसके लिए आसपास के इलाके में ट्रैप कैमरा लगाया गया है। वन विभाग को इसी इलाके में बाघ के पैरों के निशान भी मिले हैं। इसको प्लास्टर ऑफ पेरिस का ढांचा बना कर सैंपल के रूप में रखा गया है।
झारखंड के मुख्य वन प्रतिपालक राजीव रंजन ने कहा कि लोहरदगा के किस्को के आसपास पिछले एक महीने से कुछ ऐसी गतिविधियां दिख रही है, जिससे बाघ के होने के संकेत मिले है। इसकी पुष्टि करने के लिए ट्रैप कैमरा लगाया गया है। साथ ही वन अधिकारियों को चौकस रहने को कहा गया है। क्योंकि यह इलाका पलामू टाइगर रिजर्व से लगा हुआ है इसलिए बाघ के होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।
बता दे कि 21 मई को लोहरदगा जिले के महुआपाट जंगल में तीन जानवर मरे हुए मिले थे और वहां बाघ के पैरों के निशान भी थे। इसको सुरक्षित रखा गया है।