वज्रपात से दादा-पोता समेत सात लोगों की मौत..

झारखंड में मंगलवार की शाम वज्रपात से सात लोगों की मौत हो गई। पलामू जिला के चैनपुर एवं लेस्लीगंज में वज्रपात की चपेट में आने से दो महिला मजदूर समेत चार लोगों की मौत हो गयी। एक महिला मजदूर देवंती देवी घायल है जिसका इलाज मेदिनीनगर के एमआरएमसीएच में चल रहा है। वहीं गढ़वा जिले के अलग-अलग हिस्सों में मंगलवार की शाम वज्रपात की घटना में तीन लोगों की मौत हो गई। पलामू के चैनपुर प्रखंड के गांगी गांव निवासी ललन चौधरी की 35 वर्षीया पत्नी राधा देवी, अमरेश चौधरी की 40 वर्षीया पत्नी कुंती देवी और जितेंद्र चौधरी की 32 वर्षीया पत्नी देवंती देवी, कोयल नदी पार कर मजदूरी करने पंडवा के गाड़ी गांव में मंगलवार की सुबह गई थीं। मंगलवार की शाम लौटने के क्रम में कोयल नदी पार कर जैसे ही कोयल नदी किनारे पहुंची, तीनों वज्रपात की चपेट में आ गई। ग्रामीणों के सहयोग से तीनों लोगों को एमआरएमसीएच पहुंचाया गया जहां डॉक्टर ने राधा देवी और कुंती देवी को मृत बताया जबकि देवंती देवी को घायल पाकर उसका इलाज किया।

दूसरी तरफ लेस्लीगंज थाना क्षेत्र के हरतुआ पंचायत अंतर्गत अमवा गांव निवासी 65 वर्षीय करमदेव पासवान एवं उनका 10 वर्षीय पोता राजन कुमार की वज्रपात की चपेट में आ जाने से मंगलवार की शाम में मौत हो गयी। दादा-पोता दुकान बंद करके घर लौट रहे थे। परिजनों ने दोनों को अचेत मानकर एमआरएमसीएच पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हे मृत बताया। करमदेव पासवान के पुत्र सह राजन कुमार के पिता पुलिस जवान हैं। उल्लेखनीय है कि मंगलवार की दोपहर बाद से मेदिनीनगर में रूक-रूककर झमाझम बारिश हो रही है। शाम में मूसलाधार बारिश हुई है। मौसम विभाग ने शाम तक 19 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड किया है।

वहीं गढ़वा जिले की पहली घटना में मंगलवार की दोपहर चौरा गांव निवासी 45 वर्षीय ददई मेहता की मौत वज्रपात की चपेट में आने से हो गई। वह बकरियों को लेकर जंगल गया था। उसी दौरान बारिश होने लगी। बारिश से बचने के लिए वह नीम के पेड़ के नीचे चला गया। उसी दौरान वज्रपात की चपेट में वह आ गया। उधर जिलांतर्गत बरडीहा थाना क्षेत्र में भी वज्रपात की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गई। घटना देर शाम करीब 5.30 बजे की है। मझिआंव थाना क्षेत्र के घुरुआ गांव निवासी 60 वर्षीय शेख समीउल्लाह वज्रपात की चपेट में आ गए।

वह बरडीहा थाना क्षेत्र के बभनी गांव स्थित अपने भंडार में काड़ा बांधने गए थे। उसी दौरान वज्रपात हो गया और उसकी चपेट में आ गए। गंभीर स्थिति में रेफरल अस्पताल मझिआंव लाया गया जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। उधर बरडीहा थाना क्षेत्र के बरछाबांध गांव निवासी 28 वर्षीय अनिल यादव वज्रपात की चपेट में आ गए। वह बांकी नदी किनारे भैंस चराने के क्रम में हुए वज्रपात की चपेट में आ गया। उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए बुधवार को सदर अस्पताल भेजा जाएगा।