सुरक्षाबलों ने चाईबासा में 21 आईईडी व गिरिडीह में 30 किलो आईईडी किया डिफ्यूज..

चाईबासा में सीआरपीएफ के 60 बटालियन और जिला पुलिस की संयुक्त टीम ने नक्सल प्रभावित मारादिरी और बारूहातू में सुरक्षाबलों को उड़ाने की माओवादियों की एक बड़ी साजिश को नाकाम कर उन्हें मात दी है। सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों ने 21 आईईडी बम और कोडेक्स वायर बरामद किए। माओवादियों ने पुलिस को बड़ा नुकसान पहुंचाने के उद्देश से इन बमों को प्लांट किया था। जवानों द्वारा सतर्कता बरतने के बाद ये बम बरामद किए गये जिसके बाद इन्हें सफलतापूर्वक निष्क्रिय कर दिया।

चाईबासा के एसपी अजय लिंडा ने बताया कि सर्च अभियान के दौरान शामिल सुरक्षाबल नक्सलियों के निशाने पर होते है। उन जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए ये बम लगाये गये थे। लेकिन जवानों की चौक्कसी से नक्सलियों के इरादे को तोड़ा गया है।

गुरुवार को गिरफ्तार भाकपा माओवादी का सक्रिय सदस्य जयमन अरकी ने पूछताछ में बताया था कि गोइलकेरा थाना के वनग्राम केदाबूरु के पास जंगली कच्चे रास्ते में पुलिस को क्षति पहुंचाने के लिए आइईडी बम लगाया गया है। इसी सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया जिसके दौरान 5-5 केजी के 21 आईईडी बम बरामद किये गये। इन बमों को सीरीज में लगाया गया था।

वहीं दूसरी तरफ गिरिडीह पुलिस को भी माओवादियों के खिलाफ लगातार चल रहे एंटी नक्सल ऑपरेशन के दौरान सफलता मिली। एएसपी गुलशन तिर्की को गुप्त सूचना प्राप्त हुई थी कि गिरिडीह के डुमरी थाना क्षेत्र के चितरामो जंगल के पुल के नीचे 30 किलो का आईईडी बम प्लांट किया गया है। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने तुरंत एक्शन लेकर पुल की घेराबंदी कर दी। इसके बाद आईईडी बम बरामद कर उसे सुनसान जगह पर ब्लास्ट कर निष्क्रिय कर दिया।

यहाँ भी एंटी नक्सल ऑपरेशन मे शामिल जवानों को नुकसान पहुंचाने के लिए ये बम पुल के नीचे प्लांट किया गया था। जिसे समय रहते सुरक्षित निकाल कर निष्क्रिय कर दिया गया। इसके साथ ही एक बार ओर नक्सलियों के इरादों को पुलिस द्वारा ध्वस्त कर दिया गया।