रिम्स के डॉक्टरों ने सिर में फंसी गोली निकाल गर्भवती को बचाया..

रांची : राज्य के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स में तमाम तरह की असुविधाएं और गड़बड़ियां हो, लेकिन जटिल सर्जरी को मुकम्मल भी यहीं के डॉक्टर करते हैं। ऐसी ही जटिल सर्जरी को आज मुकम्मल बनाया है रिम्स के न्यूरो सर्जरी के डॉक्टरों ने। न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर सिर में फंसी गोली को निकाल गर्भवती पुलिस कर्मी की जान बचायी है। दरअसल रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग में एक महिला पुलिसकर्मी इलाजरत थी। उसके सिर में बंदूक की गोली फंसी हुई थी। वह गर्भवती भी थी। सिर में गोली लगने के बाद उसे रिम्स के जेनरल सर्जरी विभाग में एडमिट किया गया था। जहां प्राथमिक इलाज के बाद उसे न्यूरोसर्जरी विभाग में डॉ प्रोफेसर अनिल कुमार की यूनिट में भर्ती किया गया था। इसके अगले दिन तकरीबन 5 से 6 घंटे की सर्जरी के बाद सर के अंदर से बुलेट डॉक्टरों ने निकाली। डॉक्टरों के मुताबिक बुलेट सिर की हड्डी को क्षति पहुंचाते हुए ब्रेन के अंदर चली गई थी। जिस वजह से ब्रेन का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। डॉक्टरों ने बताया कि यह एक चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन था। ऐसी स्थिति में गर्भ में पल रहे बच्चे तथा मां दोनों को खतरा होता है। ऑपरेशन के बाद महिला और गर्भ में पल रहा बच्चा दोनों बिल्कुल स्वस्थ हैं। उन्हें आज डिस्चार्ज कर दिया गया।

ऑपरेशन करने वाली टीम..
रिम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉ अनिल कुमार के नेतृत्व में डॉ विराट हर्ष, डॉ सौरव बेसरा, डॉ दीपक, डॉ अशोक, डॉ विकास कुमार, डॉ हबीब, डॉ कार्तिक और डॉ दीक्षा ने इस ऑपरेशन को सफल बनाया।

आईआरबी में सिपाही थी महिला..
जिस महिला का सफल ऑपरेशन किया गया, वह आईआरबी की जवान थी। उसका नाम परदेशिया तिर्की है। वह मांडर के कोरांबी सकरपदा गांव की रहने वाली है। उसे उसके पति मंगल उरांव ने ही गोली मारी थी। गोली लगने के बाद उसे इलाज के लिए आनन-फानन में रिम्स लाया गया था। जहां सफल ऑपरेशन कर उसकी और गर्भ में पल रहे बच्चे की जान बचा ली गयी। गोली मारने के आरोपी पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।

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