दुमका में भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा बरामद, एक गिरफ्तार..

दुमकाः झारखंड की उपराजधानी दुमका को नशे के आगोश में सुलाने की साजिश का पर्दाफाश हुआ है। दुमका पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के हरणाकुंडी गांव से भारी मात्रा में प्रतिबंधित दवा बरामद की है। इसका इस्तेमाल शहर में नशे के लिए किया जाता था। यह नशीली दवा एक निजी विद्यालय के शिक्षक राजेश राय के घर से बरामद की गई। पुलिस राजेश राय को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। बरामद प्रतिबंधित दवा की मंगलवार को थाने में गिनती की गई। करीब तीन घंटे तक चली गिनती में कुल जब्त सिरप की शीशी की संख्या 4340 और अल्प्राजोलम की 50,250 गोली निकली। बाजार में सारी दवाओं की कीमत पांच लाख से ऊपर है। अब ऐसे में जिले में नशीली दवाओं के बढ़ते कारोबार को लेकर पुलिस व प्रशासन दोनों सकते में हैं। यही वजह है कि इस बार अधिकारियों की निगाह धंधे की जड़ पर है। ताकि, दवाओं की आपूर्ति की कड़ी को तोड़ा जा सके। फिलहाल, फरार सरगना सूरज व उसकी पत्नी जूली कुमारी की तलाश में पुलिस है।

थाना में एसडीपीओ नूर मुस्तफा अंसारी ने बताया कि यह दूसरा मौका है कि जब इतनी बड़ी मात्रा में कफ सिरप मिला है। इससे स्पष्ट है कि दुमका में यह धंधा धड़ल्ले से हो रहा है। अब इसका समूल नाश करने के लिए सघन नजर रखी जाएगी। ड्रग्स निरीक्षक के साथ मिलकर अभियान भी चलाया जाएगा। एसडीपीओ ने बताया कि कफ सिरप के साथ गिरफ्तार राजेश राय की भूमिका को नकारा नहीं जा सकता है। उसे और उसकी पत्नी को इस बात का अहसास था कि घर में रखी दवा प्रतिबंधित है। यह जानते हुए दोनों ने चंद पैसों की लालच में धंधे को रोकने के बजाय बढ़ावा दिया। यह जानने का प्रयास किया जा रहा है कि कहीं, राजेश भी इस धंधे में शामिल तो नहीं है।

वहीं ड्रग्स निरीक्षक विकास कुमार ने बताया कि विभागीय स्तर पर हर माह जांच अभियान चलाया जाता है। अब सघन जांच की जाएगी। सूरज के खिलाफ दो बार कफ सिरप की बरामदगी को लेकर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है। सूरज का एक मेडिकल हाल भी है। उसे बंद कराने के लिए विभागीय स्तर से प्रयास किया जाएगा।