झारखंड में मई से दीदी किचन और मुख्यमंत्री किचन के तहत राज्य के लोगों को निशुल्क पकाया हुआ भोजन दिया जाएगा। कोरोना संक्रमण की वजह से पिछले वर्ष दीदी किचन, मुख्यमंत्री किचन समेत थानों में नि:शुल्क पका भोजन लोगों को उपलब्ध कराया गया था। इस वर्ष भी उसी तर्ज पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। हालाकिं वर्तमान में स्थिति सामान्य है, जो लोग बस-ट्रेन से आ रहे हैं, वे आसानी से घर पहुंच पा रहे हैं। फिर फि एहतियातन खाद्य आपूर्ति विभाग इसकी तैयारी कर रहा है। इसके साथ जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है, उन्हें 5 किलो चावल दिए जाने की तैयारी है।
अगले महीने से पंचायत स्तर पर किचन की शुरुआत की जाएगी। इसमें खिचड़ी या दाल-भात-सब्जी लोगों को उपलब्ध कराया जाएगा। केंद्र सरकार ने भी मई और जून महीने में लोगों को राशन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। ऐसे में राज्य सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। राज्य में पिछले साल 9.5 लाख वैसे लोगों को अनाज दिया गया था, जिनका राशन कार्ड नहीं था। इसके बाद सरकार में अभियान चलाकर करीब 15 लाख लोगों का कार्ड बनवाया। अब तक 12 लाख लोगों का हरा राशन कार्ड बन चुका है। जो लोग बच गए हैं, उन्हें भी सरकार एक रुपये की दर से पांच किलो राशन उपलब्ध कराएगी। वहीं, राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से चावल के साथ-साथ चना दाल या फिर चना दिए जाने की मांग की है। विभाग का मानना है कि सिर्फ चावल देने से प्रोटीन और अन्य विटामिन उपलब्ध नहीं हो पाएंगे, ऐसे में चना दाल या चना दिया जाना चाहिए।