राज्य में उग्रवादियों के नाम पर कुछ असामाजिक संगठन अपना वर्चस्व जमाने की जुगत में लगे हैं। इसके लिए फायरिंग और पोस्टरबाजी का सहारा लिया जा रहा है। ऐसी एक वारदात सामने आती है रांची शहर के अरगोड़ा थाना इलाके में। यहां पुराना अरगोड़ा निवासी विनय मुंडा के कार पर फायरिंग की गई और गरुड़ा संगठन के नाम पर पोस्टर भी चिपकाया गया।
इस पोस्टर के जरिए व्यवसायियों और कोयला कारोबारियों को धमकी दी गई है। लिखा गया है कि संगठन की अनुमति के बगैर काम करने वालों के खिलाफ फौजी कार्रवाई की जाएगी। पोस्टर के सामने आने से पूरे इलाके में दहशत का माहौल बन गया है।
इस मामले में फिलहाल अरगोड़ा थाने में प्राथमिकी दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।है। पोस्टरबाजी करने वाले संगठन का पता लगाने की कोशिश की जा रही है और इसके लिए इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला जा रहा है। हालांकि पुलिस अधिकारियों को संदेह है कि ये आपसी रंजिश का मामला भी हो सकता है।
निवेदक गरूड़ा संगठन के नाम से चिपकाए गए पोस्टर में मुख्य रूप से कोयला के कारोबार से संबंधित धमकी का उल्लेख है। इसमें लिखा गया है कि रैक लोडर, लिफ्टर, कोयला कारोबार से जुड़े लोग सावधान हो जाएं। कोई भी व्यवसायी संगठन की अनुमति के बगैर काम करता है तो उसके खिलाफ फौजी कार्रवाई की जाएगी।
मामले की छानबीन कर रही पुलिस आशंका जता रही है कि ये धमकी जमीन विवाद में दी गई हो। दरअसल पुरानी अरगोड़ा निवासी विनय मुंडा की उस इलाके में काफी ज़मीन है। दलालों की नज़र उनकी ज़मीन पर कई दिनों से है। कई बार दलालों ने विनय से जमीन को खरीदना भी चाहा, लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। पुलिस को शक है कि जमीन दलालों ने ही दहशत फैलाने के लिए ये काम किया होगा। हालांकि पुलिस अलग-अलग पहलुओं पर भी छानबीन कर रही है।