रांची में रची गई थी पटना सीरियल ब्लास्ट की साजिश, नौ आतंकी दोषी, 6 रांची से..

पटना में 27 अक्टूबर 2013 को तत्कालीन गुजरात के मुख्यमंत्री एवं वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा सीरियल बम ब्लास्ट करने का ब्लू प्रिंट रांची में ही तैयार हुआ था। इस मामले में एनआइए कोर्ट ने आज अभियुक्तों को सजा सुनाई है। पटना एनआइए कोर्ट ने आतंकी इम्तियाज अंसारी, हैदर अली, नुमान अंसारी और मोजीबुल्लाह अंसारी को फांसी की सजा सुनाई। बाकी पांच में दो को उम्रकैद, दो को दस साल तो एक को सात साल की सजा सुनाई गई है। इस बम ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए बम भी रांची से भेजे गए थे। इस सीरियल बम ब्लास्ट का मास्टर माइंड आतंकी हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी था, जिसकी गिरफ्तारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने रांची के खादगढ़ा बस स्टैंड से किया था।

एनआइए की छानबीन में यह खुलासा हुआ था कि हैदर अली उर्फ ब्लैक ब्यूटी का लिंक आतंकी संगठन स्टूडेंट इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी) व इंडियन मुजाहिदीन से था। इसके बाद से ही एनआइए उसकी तलाश कर रही थी और अंतत: वह रांची में ही खादगढ़ा बस स्टैंड से गिरफ्तार किया गया था। हैदर अली आतंक का कुख्यात चेहरा व तबाही का मास्टर माइंड था। बमों व विस्फोटकों पर अच्छी पकड़ होने के कारण आतंकी संगठन में उसको ऊंचा ओहदा प्राप्त था। बम बनाने में महारथ हासिल होने के कारण इंडियन मुजाहिदीन के यासिन भटकल और तहसीन अख्तर उर्फ मोनू का वह काफी करीबी भी था।

तहसीन अख्तर उर्फ मोनू उर्फ मेनन मूल रूप से समस्तीपुर के कल्याणपुर स्थित ममियापुर का रहने वाला है, जो बाद में गिरफ्तार किया गया था। वह हिंदपीढ़ी में मदीना मस्जिद के समीप किराए के मकान में रहता था। वहीं, हैदर भी मूल रूप से दरभंगा का रहने वाला है और रांची में डोरंडा स्थित युनूस चौक के पास किराए के मकान में रहता था। पटना बम ब्लास्ट के बाद जब पुलिस की टीम हिंदपीढ़ी के इरम लॉज के एक कमरे से नौ टाइमर लगे बमों को बरामद की थी, उन बमों को हैदर ने ही बनाया था। यह खुलासा एनआइए की जांच में भी हुआ था। पटना के सीरियल बम विस्फोट के बाद गिरफ्तार रांची के सिठियो निवासी इम्तियाज अंसारी ने पुलिस को बताया था कि उसने मैट्रिक तक ही पढ़ाई की है। वह तब धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होता था।

धार्मिक कार्यक्रमों में करता था तकरीर..
धार्मिक कार्यक्रमों में वह तकरीर भी करता था। घटना से कुछ माह पूर्व ¨हिंदपीढ़ी में ही तकरीर के दौरान उसके तकरीर से वहां मौजूद तहसीन अख्तर उर्फ मोनू उर्फ मेनन नामक एक शख्स काफी प्रभावित हुआ। (यह वहीं तहसीन अख्तर उर्फ मोनू है, जिसे पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग जिले के नक्सलबाड़ी से दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था।) तहसीन अख्तर उर्फ मोनू ने ही इम्तियाज से हैदर को मिलवाया था और फिर उनकी दोस्ती हो गई थी। तब हैदर ¨हिंदपीढ़ी के इरम लॉज में मुजीबुल्ला के पास भी आता जाता था और दोनों में दोस्ती थी। उसने ही बमों को तैयार कर इरम लॉज में रखा था।

हैदर ने ही दिया था बम प्लांट करने का प्रशिक्षण..
इम्तियाज ने एनआइए को स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि तहसीन अख्तर उर्फ मोनू ने ही उसे बताया था कि पटना में नरेंद्र मोदी की सभा है। 25 अक्टूबर 2013 को मोनू व हैदर अली ने मिलकर अपने अन्य साथी तौफिक, तारिक को भी बुलाया और पूरी योजना बनाई गई कि नरेंद्र मोदी की सभा में विस्फोट करना है। वहां हैदर अली ने ही बम और टाइमर सेट करने की विधि बताई थी। बम विशेषज्ञ होने के कारण हैदर अली अपने साथियों को प्रशिक्षित भी किया था। 26 अक्टूबर 2013 को तय कार्यक्रम के अनुसार सभी रांची के स्टेशन रोड में मिले और वहां से खादगढ़ा बस स्टैंड पहुंचे।

वहां मोनू व हैदर ने ही अन्य चार साथियों को तीन-तीन बम दिए और टाइमर भी दिए तथा उसे सोंच-समझकर सेट करने और भीड़भाड़ वाले इलाके को दहलाने का आदेश दिया था। सभी इस्लाम का वास्ता देकर खादगढ़ा बस स्टैंड से प्रियांशु नामक बस से पटना के लिए चले थे। पटना में पहुंचकर जक्शन पहुंचे और प्लेटफार्म नंबर दस पर स्थित शौचालय के समीप बम रखने के क्रम में मोहम्मद तारिक उर्फ ऐनुल से एक विस्फोट हो गया था, जिसमें मोहम्मद तारिक गंभीर रूप से जख्मी हो गया था। यह देखकर इम्तियाज हड़बड़ा गया और बम को पानी में छुपाने के लिए दौड़ा ही था कि पुलिस की नजर पड़ गई और वह पकड़ा गया। घटना के बाद मोनू व हैदर दूसरी गाड़ी से थे, जो कहीं भाग निकले। मोहम्मद तौफिक व नाबालिग भी कहीं भाग गये थे। बाद में सभी पकड़े गए थे।

पटना के सीरियल ब्लास्ट में शामिल आतंकी..

  • इम्तियाज उर्फ इश्तियाक : पिता कमालुद्दीन, सीठियो, धुर्वा, रांची।
  • मोहम्मद तौफिक : पिता मोहम्मद तजमुल अंसारी, इम्तियाज का भतीजा, सीठियो, धुर्वा, रांची।
  • मोहम्मद तारिक उर्फ ऐनुल : पिता अताउल्लाह, नीचे मुहल्ला, सीठियो, धुर्वा, रांची।
  • एक नाबालिग : धुर्वा, रांची।
  • तहसीन अख्तर उर्फ मोनू उर्फ मेनन : मनियापुर, मुख्तारपुर, कल्याणपुर, समस्तीपुर। वर्तमान में हिंदपीढ़ी स्थित मदीना मस्जिद के पास किराए पर।
  • हैदर अली उर्फ अब्दुल्ला उर्फ ब्लैक ब्यूटी : दरभंगा, समस्तीपुर। वर्तमान में डोरंडा के हिनू चौक के आगे युनूस चौक के पास किराए पर रहने वाला।