कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए शुक्रवार को झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ नई गाइडलाइंस जारी की| इसके तहत सभी सरकारी कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों से कहा गया है कि वे कार में एसी का इस्तेमाल ना करें व यात्रा करते समय वाहन का शीशा खुला रखें| इस दौरान वो मास्क का उपयोग अनिवार्य रूप से करें|
स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने गुरुवार को ही यह आदेश जारी किया जिसमें कई दिशा-निर्देश दिये गये हैं| राज्य के सभी 24 जिलों के उपायुक्तों को भेजे गये इस पत्र में निर्देश दिया गया है कि सभी पदाधिकारी अपने आवास या आवासीय कार्यालयों में कार्यरत प्रत्येक कर्मचारी की आवश्यकता की समीक्षा करें|
इसके साथ ही अधिकारियों को आवास या आवासीय कार्यालय में कम से कम कर्मचारियों को तैनात करने का निर्देश दिया गया है| इसके अलावा इस पत्र में कहा गया है कि कार्यालयों में रहने वाले कर्मचारी छोटे बैरक अथवा कमरों में रहते हैं|यहां 6 फुट की सामाजिक दूरी यानी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना संभव नहीं होता| इसलिए न्यूनतम कर्मचारियों को काम पर बुलायें, ताकि सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा सके।
उपायुक्तों को भेजे गए पत्र में सरकारी कर्मचारियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच करवाने का निर्देश दिया गया है|साथ ही कहा गया है कि जिस किसी भी कर्मचारी में कोरोना के लक्षण दिखें, उन्हें तत्काल आइसोलेट करना सुनिश्चित करें|इसके साथ ही सरकारी अधिकारियों के आवास या आवासीय कार्यालय में बाहर से आने वालेसभी लोग, चाहे कर्मचारी हों या अन्य अतिथि, उनका रिकॉर्ड अवश्य रखें| इससे कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग आसान होगा| ज्ञात हो कि बीते दिनों मुख्यमंत्री आवास पर काफी संख्या में लोग कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आये हैं|
वहीं झारखंड पुलिस मुख्यालय में आइजी रैंक के अफसर समेत करीब डेढ़ दर्जन पुलिसकर्मी और अधिकारी कोरोना के शिकार हो गये थे| राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के अलावा झारखंड मुक्ति मोर्चा, भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, ऑल झारखंड स्टूडेंट्स यूनियन पार्टी समेत कई दलों के विधायक और नेता कोरोना संक्रमण की चपेट में आ चुके हैं|इन तमाम मामलों को देखते हुए उक्त दिशा-निर्देशों को अति महत्वपूर्ण माना जा रहा है|