गुमला में विशुनपुर प्रखंड के गुरदरी थाना क्षेत्र अंतर्गत कुजाम स्थित एनकेसीपीएल के बॉक्साइड माइंस पर नक्सली हमले की जिम्मेदारी रविन्द्र गंझू के दस्ते ने ली है। भाकपा माओवादियो द्वारा शुक्रवार की शाम 7.30 बजे कंपनी के कैंप में पहुंच कर एक घंटे तक तांडव मचाया गया। नक्सलियों ने माइंस के 27 वाहन व मशीन को आग के हवाले कर दिया । मौके पर माओवादियों ने माइंस कर्मी के साथ मारपीट भी की। माओवादियो पोस्टर साट कर घटना की जिम्मेवारी लेते हुए बॉक्साइट माइंस बंद रखने का फरमान सुनाया है। इस वारदात को माओवादी जोनल कमांडर रविन्द्र गंझू के दस्ते ने अंजाम दिया। हमले की वजह से पूरे इलाके में इतना दहशत व्याप्त है कि माइंस में शनिवार को उत्खनन और ढुलाई कार्य पूरी तरह ठप रहा।
18-20 की संख्या में थे माओवादी..
घटना के संबंध में माइंस के सुपरवाइजर रामप्रवेश सिंह ने बताया कि शुक्रवार की देर शाम लगभग 18 से 20 के संख्या में दो बोलेरो में सवार हो कर पहुंचे। कुछ माओवादी पैदल भी आये थे। सभी काले रंग की वर्दी में थे तथा हथियार से लैस थे। कैंप में प्रवेश कर सभी माइंस कर्मी को बंधक बनाकर मोबाइल छीन लिया गया और सामने रखें लगभग 3 ड्रम डीजल को निकाल कर बाल्टी से सभी वाहनों पर माओवादियों ने डाला। उसके बाद एक-एक कर सभी वाहन को आग के हवाले कर दिया। सभी वाहन धू धू कर जलने लगे। माओवादियों द्वारा सभी बॉक्साइट माइन्स बंद करने की चेतावनी दी गई है। लौटते वक्त माइंस कर्मियों द्वारा आग बुझाने का प्रयास किया गया तो माओवादी बौखला उठे और पुनः लौटकर सुपरवाइजर रामप्रवेश सिंह मुन्ना पाठक अमृत मिश्रा एवं ड्रिल ऑपरेटर साहेब लाल के साथ मारपीट की।
20 करोड़ की संपत्ति का नुकसान..
घटना में दो पोकलेन 4 जेसीबी 17 हाईवा दो पिकअप एवं दो पानी टैंकर पूरी तरह जल गए। आगजनी की इस घटना में कम्पनी लगभग 20 करोड़ रुपये नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है। आग नहीं बुझाने की चेतावनी देते हुए सभी लोगों का मोबाइल वापस कर दिया।
एसपी ने फोन पर ली जानकारी..
माइंस प्रबंधक उत्तम गांगुली ने बताया कि घटना के 12 घंटे के बाद भी पुलिस घटनास्थल नहीं पहुंची है। रात में गुमला एसपी द्वारा फोन कर घटना की जानकारी उनसे ली गई। उन्होंने कहा कि नक्सली फिलहाल बॉक्साइट माइन्स बंद करने का फरमान जारी किए हैं इसलिए अभी माइंस में उत्खनन या ढुलाई का कार्य बंद रहेगा। माइंस बंद रहने से भारी नुकसान हो रहा है।