बेनीडीह गोलीकांड में सीआईएसएफ जवान के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज..

धनबाद: बेनीडीह रेलवे साइडिंग में सीआइएसएफ की गोली से चार लोगों की हुई मौत के मामले में बाघमारा थाना की पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। मृतक प्रीतम नोनियां की पत्नी सोनिया देवी की शिकायत के आधार पर दर्ज प्राथमिकी में हत्या का आरोप सीआइएसएफ जवान पर लगा है। सोनिया ने दावा किया है कि सीआइएसएफ के जवान ने जानबूझ कर उनके पति को गोली मारी है। उसने घटना को फर्जी मुठभेड़ बताते हुए कहा है कि कोयले के अवैध धंधे से उसके पति का कोई संबंध नहीं था और ना ही उसके पति कोयला चोरी करने साइडिंग गए थे। शिकायत में कहा है कि दिनांक 19 नवंबर को रात करीब 11:30 बजे उसके पति यह कहकर घर से गए कि मुन्ना यादव एवं राजेश यादव (दुग्धा) को रोकना आवश्यक है। कारण यह कि किसी न किसी दिन बड़ी दुर्घटना हो सकती है। इसलिए उसके पति दोनों को रोकने के लिए बेनीडीह केकेसी मेन साइडिंग जा रहे थे। मुन्ना यादव व राजेश यादव अवैध कोयले की ढुलाई उसके घर के बगल से करते हुए ट्रैक्टर से लेहरवाडीह (खानुडीह) अवैध डिपो ले जाता है। इसमें बीसीसीएल अधिकारियों व सीआइएसएफ के वरीय अधिकारियों की मिलीभगत है।

सोनिया देवी के मुताबिक, उसने अपने पति को मना भी किया था कि कहीं उनके साथ दुर्घटना ना घट जाए। क्योंकि वहां ब्लाक दो के सीआइएसएफ जवान हो सकते हैं। दूसरे दिन 20 नवंबर की सुबह बिस्तर से उठकर बाहर आई तो गांव के कुछ लोगों ने बताया कि बीसीसीएल ब्लाक दो में कार्यरत सीआइएसएफ क्यूआरटी के जवान ने अंधाधुंध फायरिंग कर फर्जी मुठभेड़ में उसके पति प्रीतम नोनियां के साथ अताउल्ला अंसारी उर्फ अतुल अंसारी, सज्जाद उर्फ जलालुउद्दीन खान (रथटांड़) शमीम अंसारी (घुनघुसा) की गोली मार कर हत्या कर दी है। मालूम हो कि 19 नवंबर की मध्य रात बेनीडीह रेलवे साइडिंग में कोयला चोरों और सीआइएसएफ के बीच मुठभेड़ में गोली लगने से उक्त चार लोगों की मौत हो गई थी, जबकि दो गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। दोनों जख्मी का इलाज चल रहा है।

मामले में बाघमारा के थाना प्रभारी सूबेदार कुमार यादव ने बताया कि घटना के दूसरे दिन सीआइएसएफ की ओर से दो नामजद व अज्ञात अराजक तत्वों के अलावा मौके से जब्त हुई 21 मोटरसाइकिलों के मालिक के खिलाफ बाघमारा थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई जा चुकी है। इसके अनुसंधानक कतरास थाना के इंस्पेक्टर रणधीर कुमार बनाए गए हैं। पीड़ित के बयान के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान किया जा रहा है।