सूरज दुबे हत्याकांड में पूछताछ के लिए जवान के घर पहुंची मुंबई पुलिस..

पलामू निवासी नेवी के जवान सूरज दुबे हत्याकांड जांच के लिए आज मुंबई पुलिस उनके गांव कोल्हुवा पहुंची| चैनपुर पुलिस के साथ सब इंस्पेक्टर रैंक के तीन पदाधिकारी सूरज के घर पहुंचे और करीब दो घंटे तक परिजनों से पूछताछ की|

पुलिस ने सूरज के पिता और भाई से बारी-बारी सारी जानकारी ली| इस दौरान सूरज के घर से जाने के दिन और उससे पहले की पूरी बात पूछी| पुलिस सभी बयान दर्ज कर वहां से वापस लौट गई|

इस दौरान पुलिस अधिकारी पत्रकारों के सवालों से बचते नज़र आये और किसी बात का जवाब दिए बिना चल दिए| दरअसल घर पर छुट्टी बिताने के बाद 30 जनवरी को सूरज दुबे वापस ड्यूटी पर कोयम्बटूर जाने के लिए निकले थे| उसी दिन हैदराबाद एयरपोर्ट से वो लापता हो गए | 5 फरवरी को वो महाराष्ट्र के पालघर में अधजली अवस्था में गंभीर रूप से जख्मी हालत में मिले थे| जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई| महाराष्ट्र पुलिस ने जांच के बाद बताया कि सूरज दुबे ने मरने से पहले बयान दिया था कि 10 लाख की फिरौती के लिए उनका अपहरण किया गया था| सूरज की मौत के बाद महाराष्ट्र पुलिस बकायदा तीन लोगों पर प्राथमिकी दर्ज कर मामले की पड़ताल कर रही है|

वहीं उधर, परिजनों द्वारा सूरज की मौत को साजिश करार देते हुए सीबीआई जांच की मांग की जा रही है| परिजनों के साथ-साथ रांची के सांसद संजय सेठ और पलामू सांसद वीडी राम ने भी सीबीआई जांच कराने को लेकर पहल की है|

दोनों सांसदों ने इसके लिए मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा है| वही सांसद वीडी राम ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात कर इस मामले की जांच के लिए लिखित आवेदन दिया है| साथ ही जल्द से जल्द दोषियों की शिनाख्त कर कानूनी कार्रवाई किये जाने की भी मांग की है|

संजय सेठ ने अपने पत्र में लिखा है कि नौसेना में सेवा दे रहे झारखंड के सूरज दुबे का अपहरण कर उन्हें वहां से 1400 किलोमीटर दूर पालघर ले जाकर जिंदा जलाया जाना गहरी साजिश है|

सोमवार को सूरज दुबे का पूरे सैन्य सम्मान के साथ कोयल नदी तट पर अंतिम संस्कार किया गया| परिजनों समेत गांववालों ने नम आंखों से 27 वर्षीय जवान को अंतिम विदाई दी|