जमशेदपुर: झारखंड के स्वास्थ्य व आपदा प्रबंधन विभाग के मंत्री बन्ना गुप्ता ने टाटा स्टील के अधिकारियों पर झारखंड स्थापना दिवस के अवसर पर भगवान बिरसा मुंडा के अपमान करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को वे बिष्टुपुर पहुंचे, जहां उन्होंने पहले जेएन टाटा की प्रतिमा को गंगाजल से धोया, फूल चढ़ाया, अगरबत्ती जलाई, फिर मुंह पर काली पट्टी बांध कर वहां एक घंटे तक मौन बैठे रहे। मौन व्रत के बाद बन्ना गुप्ता ने कहा कि मेरे मन में टाटा का दिल से सम्मान हैं, लेकिन उनके अधिकारियों ने भगवान बिरसा मुंडा का जो अपमान किया हैं उसके खिलाफ ये विरोध है। ईश्वर टाटा स्टील के अधिकारियों के पाप के लिए उन्हें माफ करे।
बिरसा के अपमान से दुखी हूं
मौन व्रत के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि मैं बिरसा मुंडा के अपमान से दुखी हूं। टाटा स्टील द्वारा भगवान बिरसा मुंडा जयंती पर की गई गलतियों को सुधारने के लिए आज यहां जीवित देवता के पास आया हूं। मुझे पता है कि अपने अधिकारियों की सोच पर आज जमशेदजी टाटा की आत्मा भी रो रही होगी। मुझे पता है कि अधिकारियों ने भगवान बिरसा मुंडा को क्यों भुला दिया। इनका नाता झारखंड या भगवान बिरसा से नहीं है। सभी बाहर से आए हैं तो इन्हें भगवान बिरसा का ख्याल कैसे रहेगा।
जेएन टाटा माफ नहीं करते
बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुझे पूरा यकीन है कि आज यदि जमशेदजी नसरवानजी टाटा जीवित होते तो वे इन अधिकारियों को माफ नहीं करते। वे इस दुस्साहस को कभी बर्दाश्त नहीं करते। उनका जीवन हमेशा कर्मचारियों और जनता की सुविधाएं को प्राथमिकता बनाने में गुजरा। तभी तो वे जीवित देवता कहलाए। मैं टाटा स्टील के अधिकारियों के लिए आज प्रार्थना करता हूं कि इन्हें ईश्वर सद्बुद्धि दें और उनके पापों के लिए इन्हें माफ करें। बन्ना ने कहा कि जब पूरा देश भगवान बिरसा मुंडा को श्रृद्धासुमन अर्पित कर रहा था, टाटा स्टील के अधिकारियों ने एक फूल तक अर्पित नहीं किया।