देश के 75 महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों की तर्ज पर कोडरमा रेलवे स्टेशन पर राष्ट्रीय ध्वज के लिए स्थापित 100 फीट ऊंचा मास्ट (खंभा) इस बार 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस पर सूना रह गया था। लेकिन ट्विटर पर एक यूजर की शिकायत के बाद रेलवे प्रबंधन जागा और दोपहर बाद तिरंगा फहराया गया। दरअसल शिवम कुमार नामक एक युवक ने सूने खंभे की तस्वीर के साथ ट्विटर पर इसे शर्मनाक बताते हुए टिप्पणी की। रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव, रेल मंत्रालय भारत सरकार, पूर्व-मध्य रेलवे हाजीपुर एवं डीआरएम धनबाद को टैग करते हुए ट्वीट में कहा कि देश के करदाताओं का लाखों रुपया खर्च कर यहां तिरंगा के लिए मास्ट को स्थापित किया गया है। लेकिन यहां तिरंगा नहीं फहराया जाना रेल मंत्रालय का स्वीकार योग्य व्यवहार नहीं है। शिवम कुमार के इस ट्वीट के बाद आनन-फानन में दोपहर बाद 3 बजे यहां झंडोत्तोलन किया गया।
देश के स्वतंत्रता दिवस पर सभी सरकारी और निजी संस्थानों में तिरंगा फहराकर आजादी के दिन को याद किया जाता है, और स्वतंत्रता सेनानियों के प्रति कृतज्ञता जताई जाती है, लेकिन कोडरमा रेलवे प्रबंधन ने देश की आन-बान और शान के प्रति घोर उपेक्षा दर्शाई। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व यहां 24 घंटे 7 दिन राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए मास्ट स्थापित किया गया था। यहां स्थल की घेराबंदी, रोशनी आदि की व्यवस्था में लाखों रुपये खर्च किए गए थे। गत 26 जनवरी को यहां स्थानीय सांसद और वर्तमान में देश की शिक्षा राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने यहां पहली बार झंडोत्तोलन किया था। करीब 3 माह माह पूर्व यहां लगा तिरंगा फट जाने के कारण इसे उतार लिया गया था। इसके बाद आज ट्विटर पर शिकायत के बाद तिरंगा फहराया गया साथ ही धनबाद रेलवे मंडल के डीआरएम आशीष बंसल ने हर्ष व्यक्त करते हुए एक ट्वीट किया कि कोडरमा स्टेशन पर राष्ट्रीय ध्वज 3:00 बजे फहरा दिया गया है।