कोरोना वायरस के विदेशी वेरिएंट की चपेट में झारखंड, कई लोगों की मौत का बना कारण..

लाइफ साइंस लैबोरेट्री भुवनेश्वर की जांच रिपोर्ट से ये सामने आया है कि झारखंड में कोरोना के 7 तरह के वैरिएंट सक्रिय थे जिनमें भारत के 5 और UK व साउथ एशिया के एक-एक वैरिएंट शामिल थे। अधिकारियों के अनुसार 9 से 13 अप्रैल के बीच झारखंड के अलग अलग जिलों से लोगों के स्वाब नमूने एकत्रित कर जाँच के लिए भुवनेश्वर भेजे गए।

डॉक्टर एस एन मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल (SNMCH) के माइक्रोबायोलॉजी विभाग के HOD डॉ. सुजीत तिवारी ने बताया कि कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार धनबाद से सैंपल भुवनेश्वर के लैब में भेजे

गए। धनबाद के सैंपल में इंडियन वैरिएंट के साथ विदेशी वैरिएंट भी पाए गए। इन सभी सैंपल के CT स्कोर 22 से ज्यादा वाले थे जिनमें विदेशी म्यूटेंट पाए गए थे। रिपोर्ट 25 दिन बाद,15 मई तक मिल गई थी। धनबाद के अधिकारियों का मानना है कि कोरोना के अलग-अलग वायरस ज्यादातर प्रवासी लोगों में ही पाए गए जो दिल्ली, मुंबई समेत अन्य बड़े शहरों से झारखंड आए थे।

जांच परिणाम के अनुसार अप्रैल में ही रांची और जमशेदपुर के मरीजों में UK स्ट्रेन और डबल म्यूटेंट स्ट्रेन के मरीज मिले थे। यहां के 13 सैंपल में से नाै में UK स्ट्रेन और चार में डबल म्यूटेंट स्ट्रेन पाया गया था। जिन मरीजाें के सैंपल में UK स्ट्रेन मिले, उनमें आठ रांची और एक जमशेदपुर के थे। वहीं, जिनके सैंपल में डबल म्यूटेंट स्ट्रेन मिला, उनमें तीन रांची और एक पूर्वी सिंहभूम के थे।

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, झारखंड में कोरोना की..
दूसरी लहर 1 अप्रैल से शुरू हुई थी व इन वैरिएंटों ने उसी दौरान झारखंड में प्रवेश किया।
डॉक्टरों ने कहा कि ये वायरस राज्य में म्यूटेट भी कर रहे थे। 1 अप्रैल से 30 मई, मतलब दूसरी लहर में कुल मौतों में से 56% उन्हीं तीन जिलों में हुईं, जहां विदेशी वैरिएंट की पुष्टि हुई। राज्य में इस दौरान 3,863 मौतें हुईं, जिसमें सबसे ज्यादा 1,280 मौतें रांची में हुईं, जमशेदपुर में 640 और धनबाद में 253 मौतें हुईं।

राज्य में इन वैरिएंट्स के वायरस मिले

न.               वैरिएंट
1.                B.1
2.                B.1.617.1
3.                B.1.617.2
4.                B.1.617.2
5.                B.1.617.3
6.                B.1.1.7
7.                B.1.222
8.                B.1.445

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