शनिवार को हुए सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भरोसा दिलाया है कि झारखंड में जल्द ही कोरोना को नियंत्रित कर लिया जायेगा।
सरकार घर तक पहुंचाएगी ऑक्सीमीटर व दवा
सरकार ने ये फैसला किया है कि होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों तक दवा और पल्स ऑक्सीमीटर पहुंचाया जाएगा।मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा दिए गए निर्देश के मुताबिक विभिन्न जिलों में होम आइसोलेशन में रह कर स्वास्थ्य लाभ ले रहे संक्रमितों तक दवा और ऑक्सीमीटर उपलब्ध कराने की तैयारी पूरी कर ली गयी है। पहले चरण में 15,000 संक्रमितों तक दोनों चीजें पहुंचाई जाएंगी। होम आइसोलेशन के लिए राज्यस्तरीय नोडल पदाधिकारी डॉ भुवनेश प्रताप सिंह ने बताया कि अगले सप्ताह से घर में रह कर कोविड से लड़ रहे लोगों तक दवा और ऑक्सीमीटर का पैकेट पहुंचाना शुरू कर दिया जायेगा।
परिस्थितियों के मुताबिक 99% संक्रमित अपने घर में ही रह कर ठीक हो सकते हैं। केवल एक प्रतिशत मरीजों काे अस्पताल में भर्ती होना पड़ता है, जबकि, 0.1 प्रतिशत संक्रमितों को ही वेंटिलेटर की आवश्यकता पड़ती है। इसी प्रक्रिया के तहत राज्य सरकार होम आइसोलेशन को बढ़ावा दे रही है। राज्य सरकार की ओर से घर में ही रह कर इलाज करने वालों को हर तरह की सुविधा दी जाएगी।
झारखंड सरकार कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए होम आइसोलेशन को बढ़ावा देकर दिल्ली मॉडल अपना रही है। दिल्ली सरकार की तर्ज पर राज्य में भी होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को संक्रमण से लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। विदित हो कि दिल्ली में संक्रमण फैलने के बाद गंभीर मरीजों को बेड उपलब्ध कराने में बड़ी समस्या का सामना करना पड़ रहा था। इसके मद्देनजर दिल्ली सरकार ने हल्के लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में ही रखने का फैसला किया। उनको जरूरत का सामान और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करायी गयी। वहां होम आइसोलेशन का आइडिया बेहद कारगर साबित हुआ।इससे स्वस्थ होने वाले संक्रमितों की संख्या बढ़ी। अस्पतालों में जगह मिलने के कारण कोविड से होनेवाली मौतों पर भी काफी हद तक लगाम लगाया जा सका। इसीलिए झारखंड सरकार होम आइसोलेशन को बढ़ावा दे रही है।