झारखंड सरकार ने कोरोना के नए वेरिएंट को देखते हुए नई गाइडलाइन जारी कर दी है। बीते पंद्रह दिनों में विदेशों से झारखंड आने वाले यात्रियों को ट्रेस कर उनकी जांच की जाएगी। विदेशों से आने वाले लोगों की एक लिस्ट तैयार की गई है, लिस्ट के अनुसार लौटे यात्रियों की 48 घंटों के अंदर जांच की जाएगी। जो मरीज पॉजिटिव मिलते हैं उनके सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। पॉजिटिव मरीजों को संस्थागत क्वारंटाइन किया जाएगा या फिर अस्पताल में भर्ती किया जाएगा। वहीं निगेटिव आने वाले मरीजों को भी सात दिन आइसोलेट रहना होगा, आठवें दिन फिर से कोरोना जांच करानी होगी। उसमें भी अगर निगेटिव आने पर अगले सात दिनों तक स्वयं लक्षणों पर ध्यान देना होगा। वहीं विदेशों से आने वाले यात्रियों को अपने पिछले 14 दिनों के ट्रेवल हिस्ट्री को एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करना होगा। इसके अलावा बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग फिर से शुरू की जाएगी। लक्षण मिलने वाले यात्रियों को तुरंत आइसोलेट किया जाएगा, ऐसे यात्री अगर पॉजिटिव मिलते हैं तो उनके कांटेक्ट में आने वाले लोगों को भी ट्रेस किया जाएगा।
जिलों के सभी इंट्री प्वाइंट पर होगी जांच
नए वेरिएंट को देखते हुए सभी जिलों के इंट्री प्वाइंट पर चेकपोस्ट बनाकर रैपिड एंटीजेन और आरटीपीसीआर जांच की जाएगी। इसके अलावा जारी गाइडलाइन के अनुसार सभी जिलों में निजी और सरकारी अस्पतालों में आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता का मुल्यांकन करने को कहा गया है। साथ ही संभावित तीसरी लहर को देखते हुए 14 अगस्त को जारी आदेश के अनुरूप दवाओं और बेड की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए खरीदारी की योजना बना लेने को कहा गया है।
हॉटस्पॉट इलाकों के सैंपल जिनोम सीक्वेंसिंग को भेजे जाएंगे
आदेश के अनुसार हॉटस्पॉट के रूप में चिन्हित ईलाके में पॉजिटिव मिल रहे सभी मरीजों के सैंपल को जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए आईएसएल भुवनेश्वर भेजा जाएगा। गाइडलाइन में जिलों के अर्ध शहरी और ग्रामीण ईलाकों मे टेस्टिंग के रफ्तार को बढ़ाने को कहा गया है।