झारखंड में अलग-अलग दिन होगी मैट्रिक व इंटर की परीक्षा, 7 लाख स्टूडेंट्स होंगे शामिल..

झारखंड में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा के आयोजन को लेकर संशय खत्म हो गया है। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने झारखंड एकेडमिक काउंसिल को निर्देश दे दिया है कि एक ही टर्म में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं लें। शिक्षा सचिव राजेश कुमार शर्मा ने जैक के सचिव महिप कुमार सिंह को इसका पत्र भेज दिया है। अब जैक जल्द ही परीक्षा की तारीख घोषित करेगा। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा इस बार अलग-अलग दिन होगी। शिक्षा सचिव राजेश कुमार शर्मा ने स्पष्ट किया है कि आपदा प्रबंधन विभाग ने राज्य के 17 जिलों में पहली से 12वीं और सात जिलों में नौवीं से 12वीं के स्कूल संचालन की अनुमति दी है। इसका संबंधित जिलों में पालन किया जा रहा है। साथ ही, स्कूलों में ऑफलाइ नपरीक्षा लेने का भी निर्देश दिया गया है। ऐसे में मैट्रिक और इंटरमीडिएट की वार्षिक परीक्षा का आयोजन किया जाना है। शिक्षा सचिव ने निर्देश दिया है कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं मार्च के अंतिम सप्ताह से अनिवार्य रूप से शुरू कर दी जाए। मैट्रिक और इंटरमीडिएट की हर विषय की परीक्षाओं में कम से कम एक दिन का अंतराल होना आवश्यक रहेगा।

पहले टर्म की परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जाएगी..
जैक को दिए गए निर्देश के अनुसार, प्रत्येक विषय में पहली पाली में पहले टर्म की परीक्षा ओएमआर शीट पर ली जाएगी। डेढ़ घंटे की इस परीक्षा में वस्तुनिष्ठ (बहुविकल्पीय) प्रश्न पूछे जाएंगे। दूसरी पाली की भी उसी विषय की परीक्षा डेढ़ घंटे की होगी जिसमें दूसरे टर्म के प्रश्न पूछे जाएंगे। दूसरे टर्म की परीक्षा उत्तर पुस्तिका पर ली जाएगी, जिनमें लघु उत्तरी, दीर्घ उत्तरीय अर्थात विषयनिष्ठ प्रकार के प्रश्न होंगे। इस तरह, परीक्षा के पैटर्न में कोई बदलाव नहीं किया गया है। सिर्फ दोनों टर्म की परीक्षा एक साथ होगी।

दोनों यूनिटों के आधार पर जारी होगा परिणाम..
दोनों परीक्षाओं में विषयवार मूल्यांकन तथा परीक्षा का परिणाम दोनों टर्म की परीक्षा तथा आंतरिक मूल्यांकन/प्रायोगिक परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर किया जाएगा। विज्ञान विषय में प्रायोगिक परीक्षा तथा अन्य विषयों में आंतरिक मूल्यांकन के अंक जुटेंगे।

61 शिक्षक तैयार करेंगे मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के माडल प्रश्न पत्र..
मार्च के अंतिम सप्ताह में होनेवाली मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए माडल प्रश्न पत्र जारी किए जाएंगे। झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने माडल प्रश्न पत्र तैयार करने के लिए 61 शिक्षकों को लगाया है। इनमें स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षक एवं स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक शामिल हैं। ये सभी शिक्षक अपने घरों पर ही रहकर माडल प्रश्नपत्र तैयार करेंगे। इनके लिए वर्क फार होम लागू किया गया है। राज्य परियोजना निदेशक किरण कुमारी पासी ने इसे लेकर आदेश जारी करते हुए माडल प्रश्नपत्र तैयार करने में लगाए गए शिक्षकों की सूची जारी कर दी है। उनके अनुसार, दस फरवरी तक माडल प्रश्न पत्र जारी किए जाने हैं।

मैट्रिक-इंटर की परीक्षा में 75 प्रतिशत सिलेबस से प्रश्न पूछे जाएंगे, क्योंकि एससीईआरटी सिलेबस में 25 प्रतिशत की कटौती की गई है। वहीं स्कूल स्तर पर मैट्रिक और इंटर की एसेसमेंट परीक्षा हाेगी। छात्र की उपस्थिति समेत एक्टिविटी के लिए अंक दिए जाएंगे। मैट्रिक के छात्रों के लिए 20 अंक और इंटर के लिए 30 अंक निर्धारित हैं।​​​​​​​ बताते चलें कि पहले फर्स्ट टर्म की परीक्षा दिसंबर माह में ली जानी थी, वहीं सेकेंड टर्म की परीक्षा मार्च माह में आयोजित होनी थी। मैट्रिक- इंटर की परीक्षा में विलंब की मुख्य वजह जैक में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद रिक्त होना है। चार माह तक दोनों पद रिक्त रहे, जिस कारण मैट्रिक और इंटर की फर्स्ट टर्म की परीक्षा दिसंबर माह में नहीं हो सकी।​​​​​​​

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